बता दें कि सीधी में जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रथ पर किसी ने पथराव कर दिया था। जिससे रथ के हेडलाइट की कांच टूट गयी थी। हमले के बाद सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसके लिए सीधे तौर पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को जिम्मेदार बताया।
अजय सिंह ने मेरे रथ पर पत्थर फिंकवाए : सीएम
उन्होंने मंच से कहा, छुपकर पत्थर फेंकने वाले नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह अगर हिम्मत है, तो सामने से मुकाबला करो। मैं तो शरीर से बहुत दुबला-पतला हूं, लेकिन तुम्हारी इन हरकतों से डरने वाला नहीं। जनता ने जो आशीर्वाद दिया है उससे बौखलाते क्यों हो। इधर अजय सिंह ने आरोप को बेबुनियाद बताया।
उन्होंने कहा, जनता सीएम के विकास न कराने से नाराज हैं, इसलिए लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। कांग्रेस की यह संस्कृति नहीं है कि वह विरोधियों के खिलाफ ऐसी उग्रता दिखाए। जो हुआ निंदनीय है। मुझे आशंका है कि यह मुझे बदनाम करने की साजिश है।
मैं कभी पीठ पीछे वार नहीं करता : अजय सिंह
सोमवार को मीडिया से चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अजय सिंह ने कहा, मैं कभी पीठ पीछे वार नहीं करता। मैं 2 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया हूं, सीएम ही भागे है.. मुख्यमंत्री ने इसका सामना नहीं किया। चुरहट घटना की निष्पक्षता से जांच हो। गृह मंत्री को पद पर रहने का अधिकार नहीं है। इंटेलिजेंस फेल है।
इतनी बड़ी घटना हो गई और इंटेलीजेंस को पता नहीं। आमजन की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं। अब मुख्यमंत्री के रथ पर पथराव हुआ। मुख्यमंत्री गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। मेरे ऊपर आरोप गलत है। पहले दिग्विजयसिंह पर देशद्रोह का आरोप लगाया। अब मुझे फसाने की शाजिश हो रही है। मेरे लोगों पर झूठे केस लगाए जा रहे हैं।
सीएम के दो जगह हुआ था पथराव
सीएम के काफिले पर चुरहट विधानसभा क्षेत्र में दो जगह पथराव किया हुआ था। चुरहट के सभास्थल से 30 किमी पहले पटपरा में एक पत्थर रथ पर लगा। दूसरी घटना चुरहट बाजार की बताई गई है, वहां भी कुछ लोगों ने पत्थर फेंके।
सुरक्षा पर सवाल
सीधी जिले में जन आशीर्वाद यात्रा का कांग्रेस ने जगह-जगह विरोध किया है। कई कांगे्रसियों को हिरासत में भी लिया गया, लेकिन पत्थर फेंकने की घटना से मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। दोनों घटनाओं में आरोपियों की शिनाख्त नहीं हो सकी है।
सहयोगियों ने दिखाया काला झंडा
सिहावल विधानसभा के मयापुर में आरक्षण विरोधी संगठन के अध्यक्ष शत्रुघन पांडेय को पुलिस ने काले झंडे दिखाने की आशंका पर लिया हिरासत में ले लिया था, पर बाद में यात्रा के दौरान उनके सहयोगियों ने काला झंडा दिखाया। वहीं चुरहट विधान सभा के पटपरा में भी काले झंडे दिखाए गए।