उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो दूसरे फेज में इन शहरों में मोनो रेल चलाने के लिए सर्वे कराया जाएगा। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री जयवद्र्धन सिंह ने मंगलवार को मंत्राालय में मुख्यमंत्री के सामने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट का प्रजेंटेशन दिया।
उन्होंने बताया कि वाया डक्ट के टेंडर जारी हो चुके हैं, अगले दो माह में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम जमीन पर दिखना शुरु हो जाएगा। भोपाल में सुभाष नगर से तो इंदौर में एमआर १० से प्रोजेक्ट का काम शुरु किया जाएगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि भोपाल-इंदौर मेट्रो ट्रेन के लिए जो डीपीआर तैयार की गई है, उसमें किसी तरह के बदलाव नहीं किए जाएंगे। उन्होंने एमपी मेट्रो ट्रेन कार्पोरेशन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रोजेक्ट को समय सीमा में पूरा करें। इस संबंध में जो भी समस्याएं आ रही है, उसका निराकण शासन स्तर पर किया जाए। मंत्री जयवर्धन सिंह ने मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के पहले फेज की ग्राउंड रिपोर्ट से जुड़ी जानकारी मुख्यमंत्री को विस्तार से बताई।
इंदौर में ५.२९ किमी लंबा पहला रूट इंदौर में एयरपोर्ट रोड, पलासिया, एमआर १० और रेडीसन होटल से होकर मेट्रो रेल का पहला रूट बनना है। इसे पहले केवल ५.२९ किमी में तैयार किया जाएगा। इस टेंडर की कॉस्ट २५७ करोड़ रुपए है। पहले फेज का सिविल कंस्ट्रक्शन वर्क ऑर्डर दिलीप बिल्डकॉन को दिया गया है।
भोपाल में २७७ करोड रुपए का सिविल कंस्ट्रक्शन पहले फेज में एम्स से करोंद १४.३ किमी लंबा रूट बनना है। अभी केवल सुभाष नगर तक २७७ करोड़ रुपए में एलीवेटेड कॉलम और सिविल कंस्ट्रक्शन काम होने हैं। सुभाष नगर से करोंद तक बनने वाले रूट नंबर दो के बाकी हिस्से के टेंडर जारी होने बाकी हैं। अभी ६.२२५ किमी पर काम होगा, इस पर कुल ८ स्टेशन बनेंगे।