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सीएम ने किया कोरोना को लेकर भोपाल का रिव्यू, सरकारी के साथ निजी अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज

locationभोपालPublished: Sep 16, 2020 09:33:22 pm

– 66 सिर्फ बंसल में, 1750 के करीब है एक्टिव केस, इसमें से 100 के करीब क्रिटिकल गंभीर

सीएम ने किया कोरोना को लेकर भोपाल का रिव्यू, सरकारी के साथ निजी अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज

सीएम ने किया कोरोना को लेकर भोपाल का रिव्यू, सरकारी के साथ निजी अस्पतालों का रुख कर रहे मरीज

भोपाल. कोरोना को लेकर सीएम शिवराज सिंह ने बुधवार को भोपाल जिले के कोरोना की समीक्षा की। वीडियो कॉफ्रेंस के माध्यम से हुई समीक्षा में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने बताया कि अब लोग सरकारी के अलावा निजी अस्पतालों में भी इलाज के लिए रुख कर रहे हैं। अकेले बंसल में 66 मरीज एडमिट हैं, बाकी अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं। वर्तमान में जिले के हमीदिया, एम्स, जेपी व अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं। आयुष्मान योजना के तहत जिले में 300 बेडों का आरक्षण किया जा चुका है। 675 लोग अभी होम आईसोलेशन में रखे गए हैं। एक हजार मरीज अस्पतालों में हैं। इसमें से 100 से क्रिटिकल कंडीशन में है। सीएम ने निर्देश दिए हैं कि भोपाल में आस-पास के जिलों के मरीज भी आ रहे हैं, इस कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बेहतर बनाने की जरूरत है। वीसी में संभागायुक्त कवींद्र कियावत भी उपस्थित रहे।
पहले हर मरीज पर बनता था कंटेनमेंट, अब बदल गया गणित, शहर में मात्र 28 कंटेनमेंट

कोरोना को लेकर अप्रेल में एक-एक किमी के कंटेनमेंट जोन बनाए गए, लेकिन अब इसकी परिभाषा ही बदल गई है। जबकि इन दिनों किसी दिन मरीज 250 मरीज से कम पॉजिटिव नहीं आ रहे। इस समय कंटेनमेंट की संख्या ज्यादा होनी थी, लेकिन प्रशासन के 16 सितंबर का आदेश बता रहा है कि युक्तियुक्तकरण कर मात्र 28 कंटेनमेंट बचे हैं जहां लॉकडाउन है। बाकी कहीं भी कोई भी एरिया में लॉकडाउन नहीं है। इसे आंकड़ों की हेराफेरी कहें या फिर केंद्र सरकार की गाइडलाइन। लेकिन ऐसी ही लापरवाहियों से कोरोना अब तेजी से फैल रहा है। आदेश के अनुसार इस समय शहर सर्किल में मात्र दो कंटेनमेंट क्षेत्र बचे हैं। बैरागढ़ में चार, गोविंदपुरा में छह, टीटी नगर में आठ कंटेनमेंट जोन बाकी रह गए हैं। कोलार जहां रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ रही है उस क्षेत्र में युक्तियुक्त के बाद एक कंटेनमेंट जोन, एमपी नगर में पांच, बैरसिया और हुजूर में एक-एक कंटेनमेंट जोन बना है। कुछ दिनों पहले तक थानावार सूची होती थी जिसमें कंटेनमेंट की संख्या कभी 600 से नीचे नहीं गई, लेकिन अब अचानक 28 कंटेनमेंट शहर में बाकी हैं।
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