मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि फेस मास्क के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कुछ स्लोगन लोकप्रिय हो सकते हैं। जैसे “मास्क नहीं तो बात नहीं” और “मास्क नहीं तो सामान नहीं” का पालन उपभोक्ता और दुकानदार दोनों ही करेंगे और मास्क के माध्यम से संक्रमण को रोकने के इस महत्वपूर्ण उपाय का महत्व लोगों को बताया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि नागरिक आत्मानुशासन से सुरक्षित रहेंगे। कोरोना को नियंत्रित करेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का कोरोना संक्रमण को समाप्त करने में सहयोग लेने के लिए आव्हान किया गया है। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस सहित अन्य दल आम जनता के हित में संक्रमण को रोकने में सहयोगी बनें और जन- जागरण अभियान में भागीदारी करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। भारत सरकार से पर्याप्त डोज प्राप्त हुए हैं। कुछ जिलों ने वैक्सीनेशन के लक्ष्य में डेढ़ गुना और दो गुना उपलब्धि अर्जित कर दिखाई है। जिलों में आवश्यक व्यवस्था और कोविड केयर सेंटर भी कार्य करते रहेंगे। निश्चित ही हम मिले-जुले प्रयासों से विजयी होंगे और कोरोना परास्त हो जाएगा।