उन्होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों के मजदूर मजदूरी के लिए अन्य राज्यों में न जाएं, उन्हें मनरेगा के अंतर्गत गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। आर्थिक गतिविधियाँ प्रभावित न हों, इसके लिए प्रदेश में लॉकडाउन नहीं किया जाएगा। वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्यप्रदेश में महाराष्ट्र से सटे 12 जिलों में अलर्ट किया गया है। लेकिन अभी नाइट कर्फ्यू की कोई जरूरत नहीं है।
इंदौर, भोपाल, बैतूल में विशेष सावधानी रखें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि इंदौर, भोपाल, बैतूल, जबलपुर, छिंदवाड़ा आदि जिलों में कोरोना के प्रकरण बढ़ने से वहां विशेष सावधानी रखी जाए। इंदौर की पॉजिटिविटी रेट 6.6 प्रतिशत तथा भोपाल की 4.5 प्रतिशत है।
मेले स्थगित
कोरोना के प्रकरण बढ़ने पर पचमढ़ी, बैतूल, छिंदवाड़ा आदि में लगने वाले मेले स्थगित कर दिए गए हैं। साथ ही यहाँ सभी प्रकार की सावधानियाँ बरतने के निर्देश दिए गए हैं। गाँव में ही दिलवाये कार्य
बालाघाट, सिवनी, बैतूल आदि सीमावर्ती जिलों से मजदूर रोज महाराष्ट्र कार्य के लिए जाते हैं। मनरेगा में इन्हें गांव में ही कार्य दिलाए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
कोरोना के प्रकरण बढ़ने पर पचमढ़ी, बैतूल, छिंदवाड़ा आदि में लगने वाले मेले स्थगित कर दिए गए हैं। साथ ही यहाँ सभी प्रकार की सावधानियाँ बरतने के निर्देश दिए गए हैं। गाँव में ही दिलवाये कार्य
बालाघाट, सिवनी, बैतूल आदि सीमावर्ती जिलों से मजदूर रोज महाराष्ट्र कार्य के लिए जाते हैं। मनरेगा में इन्हें गांव में ही कार्य दिलाए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप निर्णय लें
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना नियंत्रण संबंधी निर्णय लें। किसी भी प्रकार का लॉकडाउन अथवा नाइट कर्फ्यू के संबंध में राज्य सरकार की अनुमति लेना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि सभी कलेक्टर्स अपने जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में कोरोना नियंत्रण संबंधी निर्णय लें। किसी भी प्रकार का लॉकडाउन अथवा नाइट कर्फ्यू के संबंध में राज्य सरकार की अनुमति लेना आवश्यक है।