सीएम ने आयोग से कहा, झूठी शिकायतों से आयोग का समय खराब होता है, इसलिए गलत आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। इसके साथ ही अनुरोध किया गया कि मतदान के दौरान मतदान केन्द्र के बाहर बोर्ड लगाकर हर दो घंटे के बाद डाले गए वोटों के बारे में जानकारी दी जाए।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा, प्रदेश में कांग्रेस झूठी शिकायतें करने कभी कोर्ट जाती है तो कभी चुनाव आयोग के दफ्तर। पिछले दिनों प्रदेश में साठ लाख फर्जी वोटर होने की शिकायत की थी। जांच के बाद शिकायत निराधार निकली।
सहस्रबुद्धे ने कहा, कांग्रेस के लोग पेड न्यूज को बढ़ावा दे रहे हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। विनय सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि चुनाव आयोग से इस बात का भी अनुरोध किया गया है कि मतदान के दौरान मतदान केन्द्र के बाहर बोर्ड लगाकर हर दो घंटे के बाद डाले गए वोटों के बारे में जानकारी दी जाए। इसमें महिला-पुरुषों का प्रतिशत भी दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने बताया, पार्टियों को चुनाव प्रचार के दौरान अपने स्टार प्रचारकों के लिए हर जिले में अलग-अलग अनुमति लेनी होती है। इसमें समय और संसाधनों की बर्बादी होती है। उन्होंने आयोग से गुजारिश की है कि स्टार प्रचारकों के लिए अनुमति एक ही बार में पूरे प्रदेश के लिए दे दी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोई व्यक्ति अपनी गाड़ी पर किसी पार्टी विशेष का झंडा या फोटो लगाता है तो आयोग की ओर से इसे संबंधित उम्मीदवार के खर्च में जोड़ दिया जाता है। उन्होंने कहा कि उसका खर्च उम्मीदवार के खर्चे में नहीं जोड़ा जाए।