उन्होंने चुनावी भाषण में पनामा पेपर्स में मुख्यमंत्री के पुत्र का नाम होने का हवाला दिया। रात होते ही शिवराज भी राहुल के खिलाफ आक्रामक दिखे। उन्होंने रात करीब 12 बजे राहुल के नाम ट्वीट कर लिखा, आपने व्यापमं से लेकर पनामा पेपर्स में मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ झूठे आरोप लगाए हैं। इन दुर्भावनापूर्ण बयानों पर मंगलवार को अदालत में मानहानि का वाद दायर करूंगा।
कार्तिकेय ने कहा, मैं राहुल के बयान से व्यथित हूं। उम्र में छोटा हूं, पर ऐसी गैर-जिम्मेदाराना बात बोलकर मेरी और मेरे परिवार की छवि को खंडित करने का यह प्रयास सोची समझी साजिश लगती है। वे दो दिन में सार्वजनिक मंच से क्षमा मांगें, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करूंगा।
इससे पहले उज्जैन की सभा में राहुल ने सवाल किया कि क्या 400 करोड़ खर्च करने के बाद भी शिप्रा नदी की सफाई हुई। उन्होंने गंदे पानी से भरी बोतल दिखाते हुए कहा कि यह है मध्यप्रदेश का पानी। ऐसा पानी मंत्री को पिला दो तो वह बेहोश हो जाए। यह लोग धर्म की बात करते हैं, इन्होंने तो महाकुंभ से भी पैसे निकाल लिए। राहुल ने रफाल सौदे पर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि सीबीआइ निदेशक इसकी जांच शुरू करने वाले थे, लेकिन उन्हें हटा दिया। सरकार जानती थी कि अगर सीबीआइ जांच करेगी तो देश को चौकीदार की असलियत पता चल जाती।
दिग्विजय ने किया ट्वीट
राहुल की सभा में शामिल नहीं होने पर दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि मुझे संगठन ने आवश्यक कार्य सौंपा है, इसलिए कार्यक्रम में अनुपस्थित रहूंगा। क्षमा करें। मैं इंदौर में पैदा हुआ, स्कूल व कॉलेज की पढ़ाई भी वहीं हुई।