गौरतलब है कि गोवर्धन और इसके आसपास के इलाके को ब्रज भूमि भी कहा जाता है। यह भगवान श्री कृष्ण की लीलास्थली है। यहीं पर भगवान श्री कृष्ण ने द्वापर युग में ब्रजवासियों को इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिये गोवर्धन पर्वत अपनी कनिष्ठ अंगुली पर उठाया था। गोवर्धन पर्वत को भक्तजन गिरिराज जी भी कहते हैं।
शनिवार को सीएम ने जनता से अपील करते हुए कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान लोग मृत्युभोज, तेरहवीं एवं विवाह सहित आदि का आयोजन न करें। ये उक्त बातें सीएम शिवराज ने दूरदर्शन के माध्यम से प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने प्रदेश में कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए सभी धर्मगुरुओं के साथ बैठक करके उनसे आग्रह किया गया है कि प्रदेश में आगामी त्यौहार घर पर ही रहकर मनाए जाएं।
सीएम ने कहा कि हर समुदाय अथवा धर्म के लोग कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों में सहयोग कर रहे हैं तथा पिछले त्यौहार भी उन्होंने घर पर रहकर ही मनाए हैं। उन्होंने कहा कि मुरैना में संक्रमण फैलने का कारण दुबई से आए एक परिवार द्वारा वहां मृत्युभोज का आयोजन किया जाना था। मैं लोगों से अनुरोध करता हूं कि इस संकट की घड़ी में लोग मृत्युभोज, विवाह आदि का आयोजन न करें।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमित 45 वर्षीय व्यक्ति विदेश यात्रा पर दुबई गया था और वह बंद लागू होने से पहले मुरैना वापस लौट आया था। वापस आने के बाद उसने अपनी विदेश यात्रा की जानकारी नहीं दी थी। इसी दौरान इस व्यक्ति के किसी परिजन की किसी अन्य बीमारी से मौत हो गई थी, जिसके मृत्युभोज में कई लोग शामिल हुए थे। इस व्यक्ति के संपर्क में आने से उसकी पत्नी सहित 11 लोग मुरैना में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गये और वायरस इलाके में तेजी से फैल गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई संकट की इस घड़ी में हम सबों को पीएम मोदी के सुझावों पर पूरा अमल करना चाहिए, साथ ही उनके साथ खड़े होकर संकट का सामना करना चाहिए। सीएम ने कहा कि घर पर ही रहकर योग, व्यायाम, ध्यान करें और परिवार को समय दें। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोग ईश्वर से प्रार्थना करें कि हम इस महामारी की चपेट से जल्द से जल्द बाहर निकल जाएं।