विधानसभा चुनाव के दौरान सीईओ कार्यालय को करीब 8500 शिकायतें मिली हैं। इनमें से 500 का निराकरण नहीं हुआ है, क्योंकि इनमें से 70 फीसदी शिकायतों की जांच रिपोर्ट आयोग को नहीं मिली हैं। सागर जिले से पटवारी से लेकर रिटर्र्निंग ऑफिसर तक एक वर्ग विशेष के होने और गृह मंत्री के पक्ष में काम करने की शिकायत आई थी।
चुनाव के बाद ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर रिटर्निंग ऑफिसर को हटाया गया। भोपाल एसडीएम मुकुल पर कांग्रेस ने पक्षपात के आरोप लगाए। जनआशीर्वाद यात्रा और आचार संहिता के दौरान परिवहन विभाग की गड़बडिय़ां सामने आईं। परिवहन आयुक्त शैलेन्द्र श्रीवास्तव को हटाने की मांग की गई, लेकिन नहीं हटाया गया। स्कूल शिक्षा आयुक्त जयश्री कियावत ने मतदान के दस दिन पहले बच्चों को लैपटॉप बांटने का आदेश दिया। इसकी भी शिकायत हुई।
शिकायत वाले टॉप पांच विभाग
सामान्य प्रशासन विभाग – 56
गृह विभाग – 29
लोक निर्माण विभाग – 19
स्कूल शिक्षा विभाग – 16
स्वास्थ्य विभाग – 15
जिन शिकायतों की जांच रिपोर्ट नहीं आई है, उनके लिए सरकार को स्मरण पत्र भेजा है। तीन दिन बाद आचार संहिता समाप्त हो रही है। विभाग जांच रिपोर्ट देते भी हैं तो सरकार उन पर कार्रवाई करने से बचेगी।
– लोकेश जाटव, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी