अजय पंत 80 साल के हैं। दूसरों से अलग कुछ अनोखा करने का शौक हमेशा से रहा है। सरकारी सेवा में रहते हुए कई देशों की यात्राओं का मौका मिला। इस दौरान देश विदेश की मुद्राएं देखी और जमा करना शुरू किया। इस शौक को जब परिचितों न जाना तो वे भी सहयोग करते।
किसी भी देश जाते तो वहां से कुछ न कुछ उनके कलेक्शन के लिए लेकर आते थे। इस तरह 20 से अधिक देशों की मुद्राएं जमा हो गई । इनमें कई पुराने सिक्केक थे। दुनिया में चलन में जो मुद्राएं रही लगभग सभी इनके पास हैं।
भारतीय इतिहास की जानकारी दे रहे कई सिक्के
पंथ बताते हैं देश में अलग-अलग समय पर कई तरह के सिक्के चलन में आए! इनमें से कुछ ऐसे थे जो काफी दुर्लभ रहे! कलेक्शन के दौरान इन्हें अलग-अलग जगहों से जमा किया। यह बताते हैं एक पैसे से भी कम कीमत की मुद्रा है। मुगल काल और उससे पहले भी कई सिक्के प्रचलन में थे उन्हें भी कलेक्शन में शामिल किया गया है यह देश के अलग-अलग समय की जानकारी देते हैं।
मुद्राओं का कनेक्शन व्यक्तियों से भी
पंत बताते हैं उनके पास कई ऐसी मुद्राएं हैं जिनका कलेक्शन किसी न किसी महापुरुष से है। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ की यादगार के रूप में सिक्के नोट स्टैंप सभी हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति से जुड़ी मुद्राएं हैं।
इन देशों का कलेक्शन इनके पास
अमेरिका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, हांगकांग, साउथ अफ्रीका, सऊदी अरब और अन्य कई मुद्राएं कलेक्शन में है।