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कॉलेज छात्रों की दूरदर्शन के माध्यम से होगी पढ़ाई

locationभोपालPublished: Oct 10, 2020 02:29:58 am

Submitted by:

anil chaudhary

प्राचार्यो की अनुशंसा के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने लिया फैसला, 12 अक्टूबर से शुरू होंगी कक्षाएं, 31 दिसंबर को होंगी खत्म

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– आदिवासी और पिछड़े इलाकों में कलेक्टर मुहैया कराएंगे टीवी, ग्राम पंचायत और समुदायिक भवन में लगेंगी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ क्लासेस

भोपाल। राजधानी सहित प्रदेशभर के सरकारी एवं निजी कॉलेजों में अब दूरदर्शन से ही पढ़ाई होगी। करीब 9 लाख छात्र एक साथ दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई करेंगे। 12 अक्टूबर से यूजी की कक्षाएं शुरू होंगी। सभी विषयों की तैयारियां प्रोफेसरों ने पूरी कर ली है। जिसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक एक अक्टूबर से यूजी की ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई थी। छात्रों को गूगल मीट के माध्यम से पढ़ाने की कवायद चल रही थी, लेकिन यह सफल नहीं हो पाई। इसके पीछे की वजह प्रोफेसरों ने विभाग को बताई थी। इस अनुशंसा के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन का सहारा लिया है।

उच्च शिक्षा विभाग का दावा है कि ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में पढऩे वाले छात्रों के पास मोबाइल और इंटरनेट की सुविधा नहीं है। स्नातक कोर्स में पढऩे वाले छात्रों को दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई कराई जाएगी। आट्र्स, कॉमर्स और विज्ञान के यूजी के छात्रों की पढ़ाई 12 अगस्त से शुरू हो जाएगी। दूरदर्शन के माध्यम के अलावा उच्च शिक्षा विभाग के जरिए जल्द समय सारणी भी जारी होगी। हालांकि संभावित तौर पर आट्र्स की क्लासेस सुबह 7 बजे से 8 बजे तक चलेगी। इसके बाद विज्ञान और कॉमर्स की कक्षाएं 8 बजे से 9 बजे तक दूरदर्शन के माध्यम से होंगी।
कलेक्टर उपलब्ध कराएंगे ग्राम पंचायतों में टीवी

– ग्रामीण और आदिवासी अंचलों में छात्रों को वीडियो व्याख्यान कराने के लिए जिला कलेक्टर के सहयोग से ग्राम पंचायत के सामुदायिक भवन में टीवी की व्यवस्था कराई जाएगी। इसके साथ ही कोरोना से जुड़े हुए सभी नियमों को पालन कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। खास बात है कि छात्रों के हित को लेकर प्रोफेसरों को यह जिम्मेदारी नहीं दी गई है। इस मामले में कलेक्टरों को आवश्यक रूप से मानिटरिंग करने के निर्देश दिए गए हैं।

प्राचार्य जाएंगे गांव, छात्रों की रिपोर्ट देंगे

– कॉलेजों में छात्रों की जिम्मेदारी उठाने वाले प्राचार्यों को अब दूरस्थ अंचलों तक गांवों में छात्रों की पढ़ाई की मॉनिटरिंग करने के लिए जाना होगा। उन्हें सुबह 7 बजे से लेकर 9 बजे तक सामुदायिक भवन या पंचायत भवन में बिताना होगा। जहां छात्र यूजी की पढ़ाई कर रहे होंगे। इसके बाद विभाग को पढ़ाई की रिपोर्ट भी भेजनी होगी।

 

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