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रहवासियों ने संकल्प लिया तो नशामुक्त हो गई दो कॉलोनियां

locationभोपालPublished: Jul 01, 2018 10:09:00 am

नशामुक्ति की अलख जगा रहीं कॉलोनियां – बीड़ी सिगरेट से लेकर शराब तक पर लगा रखी है पाबंदी
अरेरा कॉलोनी में ग्रीन सिटी और ग्रीन हाईट्स कॉलोनी में हुई पहल

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रहवासियों ने संकल्प लिया तो नशामुक्त हो गई दो कॉलोनियां

भोपाल. स्वच्छता का मामला हो या विकास का अगर नागरिक उस व्यवस्था में आगे आ जाएं तो किसी भी क्षेत्र में नम्बर एक पर आने में देश को कोई नहीं रोक सकता है। इसी का उदाहरण पेश कर रही हैं पॉश एरिया अरेरा कॉलोनी में ई-8 से लगी 154 मकानों की ग्रीन सिटी और 75 मकानों की ग्रीन हाइट्स कॉलोनियां।

यहां कॉलोनी समिति ने रहवासियों के साथ मिल अनोखी मिसाल पेश कर रही है। इन दोनों कॉलोनी के परिसर में न तो रहवासी सिगरेट, गुटखा व शराब पी सकते हैं और न ही बाहर से आने वालों को यहां नशा करने की अनुमति है। यहां घरों के बाहर रहवासियों ने नशामुकित के स्लोगन और बोर्ड लगा रहे हैं। साथ ही नोटिस बोर्ड भी चस्पा हैं जिन पर कॉलोनी में धूम्रपान या नशे पर पाबंदी के नोट लगे हैं।

हर घर तक जाकर फैला रहे जागरूकता
दोनों कॉलोनी में समिति के पदाधिकारी इस संबंध में जागरूकता फैलाने का काम कर रहे हैं। ये हर घर में जाकर परिवार के सभी सदस्यों को इसके संबंध में जानकारी देते हैं।

 

सिगरेट पीने पर हटा दिया कर्मचारी
यहां आने वाले को इस संबंध में समझाइश दी जाती है कि वे यहां रहकर नशा न करें। पिछले दिनों यहां काम करने वाले एक कर्मचारी को केवल इस कारण नौकरी से हाथ धोना पड़ा कि वह सिगरेट पीते हुए पाया गया था।

घर आने वाले परिचितों को भी देते हैं सलाह
इसमें सभी रहवासियों का सहयोग तो मिल ही रहा है, साथ ही यहां आने वाले परिचितों को भी इससे आगाह करने के लिए नोटिस लगा रखे हैं। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि ये तो अच्छी बात है कि प्रशासन स्वच्छता को लेकर अभिायान चला रहा है, जबकि यह जिम्मेदारी हमारी बनता है।

गीले कचरे से खाद बनाने लगा रहे हैं संयंत्र, पार्क और घरों में देंगे जैविक खाद
प्रशासन ने सूखे-गीले कचरे के सही उपयोग को लेकर शहर में दो बॉक्स रखे हैं। गीले कचरे से बनने वाली खाद्य से जमीन को उपजाऊ बनेगी। जिसके लिए बड़े-बड़े प्लांट भी लगाएं गए हैं, लेकिन ग्रीन हाइट्स की रहवासी समिति ने अपने कॉलोनी से निकलने वाले गीले कचरे से खाद्य बनाने के लिए मशीन खरीद रही हैं। इसके लिए समिति ने बजट भी बना लिया है।

– पूरा मेंटेनेंस कॉलोनी करती
इन दोनों कॉलोनी में सफाई, सुरक्षा से लेकर स्ट्रीट लाइट पानी आदि की व्यवस्था कॉलोनी की समिति ही कर रही है। वह इसके लिए न नगर निगम पर निर्भर भी नहीं है। इसके लिए 1400 से 1600 रुपए प्रत्येक घर से मेंटेनेंस के नाम पर जमा किए जाते हैं। इसके अलावा पूरी कॉलोनी की एक जैसी पुताई के लिए अलग से भागीदारी भी कॉलोनी के लोग करते हैं।

इनका कहना
– कॉलोनी में एक दिन सफाई कर्मचारी नशा करके आया था, उसे तत्काल भगा दिया गया। कॉलोनी के लोग तो इसका पालन करते हंै, साथ ही बाहर के लोगों को पहले ही अंदर सिगरेट व गुटखा नहीं खाने को सुरक्षा गार्ड बता देते हैं। समिति ने गीले कचरे से खाद्य बनाने की मशीन का भी आर्डर दिया हुआ है। इस खाद्य का उपयोग कॉलोनी की हरियाली बढ़ाने में किया जाएगा।
गोपाल विजय, सचिव, ग्रीन हाइट्स कॉलोनी, ई-8

– कॉलोनी के लोग तो सिगरेट, गुटखा नहीं खाते हैं, लेकिन बाहर से आने वाले भी यहां नशा न करें इसके लिए जगह-जगह हमने चेतावनी के नोटिस बोर्ड लगा दिए हैं। शुरू में इस पालन कराने में थोड़ी समस्या आई थी, लेकिन अब सब ठीक है। कॉलोनी के परिसर में भी किसी को कचरा डालने की परमिशन नहीं है।
– शेखर महेश्वरी, सचिव, ग्रीन सिटी कॉलोनी, ई-8

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