पिछले दिनों प्रदूषण को रोकने के तहत नरवाई जलाने पर भी रोक लगाने की बात कही गई, लेकिन कई जगहों पर आज भी बेखौफ नरवाई जलाई जा रही है।
इसका सबसे ताजा उदाहरण जाटखेड़ी में देखने को मिला जहां हर 10 से 15 दिनों में अलग अलग खेतों में आग पिछले कुछ दिनों से लगातार लगाई जा रही है।
ऐसा भी नहीं है कि ये आग या इसका धुंआ किसी को दिखता नहीं है और ये जानकारी पुलिस तक पहुुंचती नहीं है, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते नरवाई जलाने वाले लोग बेखौफ हो गए हैं।
जाटखेड़ी क्षेत्र में कुछ दिनों पहले के बाद एक बार फिर नरवाई जलाने का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ व्यक्ति नरवाई जलाते भी दिख रहे हैं।
दरअसल रुचि लाइफ के पास ही स्थिति कुछ खेतों में नरावई जलाई गई। इससे पहले भी इसके आसपास के खेतों की नरवाई जलाई गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से क्षेत्र में बेखौफ नरवाई जलाई जा रही है।
जिसके चलते रुचिलाइफ स्केप्स में धुएं के चलते लोगों को रहने में परेशानी का सामना तक करना पड़ रहा है। वहीं जो लोग बीमार है, उन्हें भी इस धुएं के कारण भारी तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
पुलिस ऐसे कर रही लापरवाही…
नरवाई जलाने पर भले ही रोक है, लेकिन पुलिस इसे किसान का मामला बताकर पल्ला झाड़ रही है, जबकि शहर की कॉलोनियों से सटे खेतों में हर रात ही नहीं दिन या शाम को भी आग लगाई जा रही है।
नरवाई जलने से जहां धुएं ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, वहीं आग लगने की आशंका भी बनी रहती है। शहर के आउटर सर्किल स्थित जाटखेड़ी रुचिलाइफ स्केप्स के पास, बर्रई गांव, 11 मील बायपास, एम्स और कटारा हिल्स से सटे खेतों में रोज ऐसे दृश्य नजर आ रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं बागमुगलिया एक्सटेंशन कॉलोनी के अध्यक्ष उमाशंकर तिवारी ने जब कटारा हिल्स थाना प्रभारी से शिकायत की तो उन्होंने कार्रवाई से इंकार कर दिया। थाना प्रभारी संगीता सोलंकी ने जवाब दिया कि ये किसानों का व्यक्तिगत मामला है।
रात एक बजे डीआईजी ने बुझवाई आग
पिछले दिनों नरवाई जलाने के बाद जब आग एम्स के खेतों से होकर बायपास और बर्रई गांव के पास पहुंच गई तो लोगों ने प्रशासन को फोन लगाए। उमाशंकर तिवारी ने कटारा हिल्स थाने को सूचना भेजी, लेकिन थाना प्रभारी ने हस्तक्षेप से इंकार कर दिया।
तिवारी ने मोबाइल पर इसकी जानकारी डीआइजी इरशाद वली को दी। डीआइजी ने निगमायुक्त को अवगत कराया, जिसके बाद रात एक बजे फायर बिग्रेड का दस्ता मौके पर पहुंचा। इधर थाना प्रभारी सोलंकी का कहना है कि मुझे इस मामले में कोई शिकायत ही नहीं मिली।