क्षेत्र के बुजुर्गों ने बताया कि स्ट्रीट लाइट न होने से शाम के बाद घर से निकलने में परेशानी होती है, वहीं भोर में टहलने नहीं जा पाते, उसके लिए सूर्योदय का इंतजार करना पड़ता है। कई बार रात में वाहन चालक भी जब तेज गति से गाड़ी दौड़ाते हैं, तो हादसे का खतरा बना रहता है। स्ट्रीट लाइट न होने से अपराध के मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। शाम होने के बाद ही जहां कई बार असामाजिक तत्वों का जमावड़ा क्षेत्र में देखा जा चुका है, वहीं चोरी की आशंका भी बनी रहती है। रहवासियों का कहना है कि पुलिस की गश्त पर्याप्त नहीं है, जिससे निजी सुरक्षा गार्डों के भरोसे रहना पड़ता है, जो अक्सर रात में सो जाते हैं। रहवासियों ने मांग की है कि कोलार क्षेत्र की सभी कॉलोनियों और उनकी तरफ जाने वाले रास्तों पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था तत्काल की जाए, जिससे हादसों और अपराधिक घटनाओं पर रोक लग सके।