ऐसी होगी 22 सदस्यीय कमेटी
स रकार ने 22 सदस्यीय कमेटी गठित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें सीएस को अध्यक्ष और आरबीआइ के क्षेत्रीय निदेशक या उनके प्रतिनिधि को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। इनके अलावा कृषि सहित संबंधित विभागों के पीएस, वित्त व बैंक अफसरों को सदस्य बनाया है। यह कमेटी सहाकारी व राष्ट्रीयकृत बैंकों के चालू व कालातीत कर्ज को माफ करने के क्रियान्वयन व समीक्षा करने का काम करेगी।
स रकार ने 22 सदस्यीय कमेटी गठित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें सीएस को अध्यक्ष और आरबीआइ के क्षेत्रीय निदेशक या उनके प्रतिनिधि को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है। इनके अलावा कृषि सहित संबंधित विभागों के पीएस, वित्त व बैंक अफसरों को सदस्य बनाया है। यह कमेटी सहाकारी व राष्ट्रीयकृत बैंकों के चालू व कालातीत कर्ज को माफ करने के क्रियान्वयन व समीक्षा करने का काम करेगी।
सिर्फ डिफॉल्टर किसानों का कर्ज माफ करेगी कांग्रेस सरकार: भाजपा
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह का आरोप है कि कांग्रेस सरकार सिर्फ डिफॉल्टर किसानों का कर्ज माफ करने जा रही है। जबकि कांग्रेस के वचन पत्र में लिखा था कि कालातीत और चालू दोनों कर्ज माफ किए जाएंगे। कांगे्रस सरकार ने कर्जमाफी के आदेश में 31 मार्च 2018 तक के ही अल्पकालीन फसल ऋण माफ करने के आदेश जारी किए हैं। इधर, पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने मीडिया से कहा कि कमलनाथ ने सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के डर से कर्जमाफी के आदेश जारी किए हंै, क्योंकि राहुल ने कहा था कि किसानों का कर्ज 10 दिन में माफ नहीं किया तो वे सीएम को हटा देंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह का आरोप है कि कांग्रेस सरकार सिर्फ डिफॉल्टर किसानों का कर्ज माफ करने जा रही है। जबकि कांग्रेस के वचन पत्र में लिखा था कि कालातीत और चालू दोनों कर्ज माफ किए जाएंगे। कांगे्रस सरकार ने कर्जमाफी के आदेश में 31 मार्च 2018 तक के ही अल्पकालीन फसल ऋण माफ करने के आदेश जारी किए हैं। इधर, पूर्व वित्तमंत्री जयंत मलैया ने मीडिया से कहा कि कमलनाथ ने सिर्फ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के डर से कर्जमाफी के आदेश जारी किए हंै, क्योंकि राहुल ने कहा था कि किसानों का कर्ज 10 दिन में माफ नहीं किया तो वे सीएम को हटा देंगे।