राज्यभर के बेरियरों पर वाहन चालकों से अवैध वसूली सरेआम जारी है. सबसे ज्यादा वसूली ट्रक वालों से की जाती है जिससे ड्राइवर और मालिक दोनों परेशान हैं. राज्य की राजधानी भोपाल हो या व्यवसायिक राजधानी इंदौर, सभी जगहों पर यही हाल हैं. दूर-दराज के नाकों पर तो यह काम खुल्लमखुल्ला किया जा रहा है. ट्रक ड्राइवरों, मालिकों और परिवहन व्यवसायियों का आरोप है कि छिदंवाड़ा के राजना और सतनूर परिवहन चेकपोस्ट पर खुलकर अवैध वसूली की जा रही है. वाहन चालकों के अनुसार इन चेकपोस्टों पर जांच के नाम पर वाहन रोके जाते हैं. तमाम कागजात पूरे होने के बाद भी चालानी कार्रवाई की धौंस दिखाकर वाहन चालकों से पैसे मांगे जाते हैं. ड्राइवरों को फर्जी रसीद भी थमा दी जाती है. ट्रक ड्राइवरों और परिवहन व्यवसायियों के मुताबिक यहां ट्रकवालों से 500 रुपए से लेकर 3000 रुपए तक की अवैध रूप से लिए जा रहे हैं.
ट्रक चालकों ने बताया कि ट्रक और इसमें लोड सामान के सभी दस्तावेज दिखाने के बाद भी परिवहन चेकपोस्ट पर पैसे लिए जाते हैं. इन जगहों पर सरकारी अधिकारी या कर्मचारी सीधे ये काम नहीं करते बल्कि बाहरी लड़कों से उगाही का ये काम कराया जाता है. अवैध वसूली के लिए सरेआम गुंडागर्दी भी की जा रही है.
पूरे प्रदेश में यही स्थिति है। ट्रक ट्रांसपोर्टर्स इतने परेशान हो चुके हैं कि अब सीधे केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से शिकायत करने की बात कह रहे हैं. गडकरी अगले महीने इंदौर आ रहे हैं. इसको लेकर ट्रांसपोर्टर्स ने इंदौर के सांसद शंकर लालवानी को पत्र लिखकर उनसे गडकरी से मुलाकात कराने का निवेदन किया है। ट्रक ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि वे परिवहन से जुड़ी अपनी समस्याओं साझा करने के साथ ही गडगरी को अवैध वसूली का सबूत भी देना चाहते हैं।
इंदौर ट्रक आपरेटर्स एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने केंद्रीय मंत्री को मध्यप्रदेश में परिवहन चेकपोस्ट पर हो रही अवैध वसूली एवं गुंडागर्दी की जानकारी मय सबूत देने की बात कही है।