इसी तरह सात जोन अफसरों के ट्रांसफर आदेश पर भी आठ मार्च की तारीख है, लेकिन ये 11 मार्च को सामने आए। उन्होंने संदेह जताया कि ये पुरानी तारीखों में किए गए, इसकी जांच कर संबंधितों पर कार्रवाई की जाना चाहिए।
प्रभार छोडऩे वाले की दिक्कत बढ़ी…
नगर निगम प्रशासन द्वारा 8 मार्च की तारीख में सात जोन प्रभारियों के स्थानांतरण किए थे। इनमें से जोन 11 के मनोहर सक्सेना ने तत्काल रिलीविंग दे दी थी।
नगर निगम प्रशासन द्वारा 8 मार्च की तारीख में सात जोन प्रभारियों के स्थानांतरण किए थे। इनमें से जोन 11 के मनोहर सक्सेना ने तत्काल रिलीविंग दे दी थी।
मामले में विवाद बढऩे पर निगमायुक्त ने मौखिक निर्देश देकर प्रभारियों को अपनी जगह ही काम करने का कहा गया। जोन 11 के सक्सेना ने प्रभार छोड़ दिया था और उनकी जगह शैलेंद्र पारे ने प्रभार ले लिया था तो मामला अटक गया।
पारे ने प्रभार छोडऩे से इंकार कर दिया। ऐसे में ट्रांसफर के बाद सिर्फ सक्सेना ही जोन से बाहर हुए हैं।
पारे ने प्रभार छोडऩे से इंकार कर दिया। ऐसे में ट्रांसफर के बाद सिर्फ सक्सेना ही जोन से बाहर हुए हैं।