एसडीएम रवि सिंह ने जांच के आदेश क्रिस्टल आयडियल सिटी कल्याण समिति के उपाध्यक्ष बृजेश गुप्ता की शिकायत पर दिए हैं। दूसरी ओर बिल्डिंग परमिशन डिमार्टमेंट की तरफ से भी कॉम्प्लेक्स निर्माण और परमिशन की जांच के आदेश हो गए हैं। बिल्डिंग परमिशन की टीम एक-दो दिन में जांच के लिए मौका मुआयना करेगी।
बिल्डिंग परमिशन के इंजीनियर लालजी सिंह ने बताया कि कॉम्प्लेक्स का निर्माण अधर में लटके हुए तीन साल से ज्यादा समय हो गया है तो परमिशन निरस्त हो गई होगी। बिना परमिशन निर्माण करना और अधूरा छोडऩा गाइड लाइन के विपरीत है। टीम कॉम्प्लेक्स निर्माण की जांच कर मालिक पर कार्रवाई करेगी।
क्रिस्टल आयडियल सिटी कल्याण समिति के उपाध्यक्ष बृजेश गुप्ता ने एसडीएम रवि सिंह को आवेदन देकर कॉम्प्लेक्स मालिक के खिलाफ धारा १३३ के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। समिति के उपाध्यक्ष ने एसडीएम को बताया कि लवकुश नगर का रास्ता प्लिंथ के गड्ढे के किनारे से जाता है। डेढ़ माह बाद बारिश का सीजन शुरू हो जाएगा। ढलान से बारिश का पानी गड्ढे में भरेगा। ऐसे में यहां गंभीर हादसे हो सकते हैं।
क्षेत्रीय पार्षद गनेश राम नागर ने बताया कि वह मामले को लेकर कमिश्नर प्रियंका दास से बात करेंगे। पार्षद का कहना है कि कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे से करीब डेढ़ हजार की आबादी को खतरा है। क्रिस्टल आयडियल सिटी के करीब एक दर्जन मकान इस गड्ढे की वजह से क्षतिग्रस्त हो सकते हैं। कॉम्प्लेक्स मालिका अपने स्वार्थ के लिए लोगों की जान खतरे में नहीं डाल सकता है। यदि तीन-चार दिन में प्लिंथ का भराव शुरू नहीं किया जाता है तो वह कमिश्नर से मिलेंगे और कार्रवाई कराई जाएगी।
आवेदन के आधार पर जांच कराई जाएगी
समिति की तरफ से मिले आवेदन के आधार पर जांच कराई जाएगी। यदि मौके पर बारिश के दौरान हादसे की संभावना है तो इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रवि सिंह, एसडीएम एमपी नगर