उन्होंने कहा है कि मैंने कभी नहीं कहा कि उनके हार के बाद समाधि ले लूंगा। किसी दूसरे संत ने कहा था ऐसा। मैं शिव भक्त कभी इस तरह की बात नहीं करता हूं। ये तो राजनीति और इस तरह की बात आती-जाती रहती है। कभी कांग्रेस तो कभी बीजेपी जीतते रहती हैं। हमलोग सिर्फ धर्म के लिए खड़ा होते हैं। जहां धर्म है, वहां साधु समाज खड़ा होता है।
कंप्यूटर बाबा ने कहा कि हमलोग राम मंदिर के लिए आज भी तटस्थ हैं। अगर वे राम मंदिर की बात करेंगे तो पूरा संत समाज मोदीजी के लिए खड़ा रहेगा। वे मंदिर बनाना शुरू कर दें, संत समाज उनके साथ रहेगा। अगर राम मंदिर का निर्माण नहीं करेंगे तो आगे भी उनके साथ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। वहीं, दिग्विजय सिंह क्यों हार गए के सवाल पर बाबा ने कहा कि वे व्यक्ति बहुत अच्छे हैं और उन्होंने चुनाव अच्छे ढंग से लड़े हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन कांग्रेस क्या रोल रहा यह मुझे पता नहीं, क्योंकि मैं किसी पार्टी से नहीं जुड़ा हुआ हूं। संत समाज ने उन्हें समर्थन दिया था। वो कांग्रेस पार्टी अवलोकन करेगी कि कांग्रेस की हार क्यों हुई। बाबा ने यह भी कहा कि जनादेश सर्वोपरि होता है और देश की जनता ने मोदीजी को जनादेश दिया है, इसलिए हम भी उनको बधाई देते हैं।
कंप्यूटर बाबा यह भी बोले कि जिस भरोसे के साथ जनता ने उन्हें जिताया है, उस भरोसे पर भी वे खरे उतरें। हम मोदीजी से यही अपील करेंगे कि अब पूर्ण बहुमत आ गया है, आप राम मंदिर का निर्माण करवाएं, संत समाज आपके साथ ही खड़ा रहेगा। मैं बार-बार आपको बधाई देता हूं, कंप्यूटर बाबा के साथ लाखों संत आपके साथ खड़ा रहेगा। साथ ही गंगा की सफाई भी करवाएं।
उन्होंने कहा कि अगले पांच साल तक संत समाज मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को देखेगी और गड़बड़ करेगी तो उन्हें भी कान पकड़कर बाहर कर देगी। मोदीजी संतों का ध्यान जरूर रखें। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कंप्यूटर बाबा खुलकर दिग्विजय सिंह के मैदान में थे। उन्होंने भोपाल में उनके लिए रोड शो भी किया था। उन्होंने दावा किया था कि हर हाल में दिग्विजय सिंह चुनाव जीतेंगे और मोदी दोबारा पीएम नहीं बनेंगे।