बतादें कि मुख्यमंत्री शिवराज ने रविवार को खजुराहो में ‘आचार्य विद्यासागर जीव दया सम्मान समारोह’ में गौरक्षा और संवर्धन के लिए स्वतंत्र गौ मंत्रालय बनाने की घोषणा की थी। उन्होने कहा था कि प्रत्येक घर में छोटी-छोटी गौशाला बनाने की आवश्यकता है। इससे गौ माता की सही मायनों में सेवा करने का पुरुषार्थ मिलेगा और इससे बड़ी क्रांति आ सकती है।
वृद्ध गायों का होगा समय पर इलाज
सीएम शिवराज ने कहा था कि “गौशाला और अभयारण्य में वृद्ध गायें आती हैं और देखभाल के अभाव में इनकी मृत्यु भी हो जाती है। वृद्ध गायों के समय पर इलाज सहित समुचित व्यवस्था भी कराईं जाएगी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रालय बनने से गौसेवा और संवर्धन के लिए तेजी से और बेहतर तरीके से कार्य हो सकेगा। उन्होंने कहा कि स्वणोर्दय तीर्थ न्यास बनाने का उपक्रम ऐतिहासिक है। इसके बनने के बाद खजुराहो को स्वणोर्दय तीर्थ के रूप में नई पहचान मिलेगी।
उन्होंने कहा कि स्वर्णोदय तीर्थ न्यास बनाने का उपक्रम ऐतिहासिक है। इसके बनने के बाद खजुराहो को स्वर्णोदय तीर्थ के रूप में नई पहचान मिलेगी। वित्तमंत्री जयंत मलैया ने राज्य शासन द्वारा जैन तीर्थो के विकास और संवर्धन के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी।
जानकारों का कहना है कि सीएम शिवराज ने पिछले साल ही आनंद मंत्रालय की भी स्थापना की थी। जिसका धीरे-धीरे अस्तित्व खत्म होता जा रहा है। सरकार की ज्यादातर योजना स्व लाभ को ध्यान में रखते हुए बनायी जा रही है ऐसे में सरकार को इस सोचने की जरूरत है।