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उपचुनाव से पहले किसानों के मुद्दे पर घमासान, राहुल ने कहा- जो कहा किया, भाजपा बोली- अफसरों ने दी गलत जानकारी

locationभोपालPublished: Sep 24, 2020 07:29:17 am

Submitted by:

Pawan Tiwari

नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को मीडिया से कहा कि किसान कर्ज माफी पर विधानसभा में गलत जानकारी दी गई है।

उपचुनाव से पहले किसानों के मुद्दे पर घमासान, राहुल ने कहा- जो कहा किया, भाजपा बोली- अफसरों ने दी गलत जानकारी

उपचुनाव से पहले किसानों के मुद्दे पर घमासान, राहुल ने कहा- जो कहा किया, भाजपा बोली- अफसरों ने दी गलत जानकारी

भोपाल. प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव में किसान केंद्र में हैं। पहले केंद्र सरकार के अध्यादेश और फिर किसान कर्ज माफी पर भाजपा-कांग्रेस में टकराव की स्थिति है। इस बीच बुधवार को सरकार के ही मंत्री ने किसान कर्ज माफी पर विधानसभा में सरकार के जवाब को ही गलत ठहरा दिया। इससे सियासत और गरमा गई। आगामी दिनों में और हंगामा हो सकता है।
भूपेन्द्र सिंह बोले- आंकड़ों के इस खेल की कराएंगे जांच
नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बुधवार को मीडिया से कहा कि किसान कर्ज माफी पर विधानसभा में गलत जानकारी दी गई है। जानकारी अधिकारियों ने दी है। जांच करके सही किया जाएगा। किसान कर्ज माफी पर केवल आंकड़ों का खेल खेला गया है। दरअसल, विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायकों के सवाल पर कृषि विभाग ने कर्ज माफी को स्वीकारा था। कांग्रेस सरकार के समय फेज-1 और फेज-2 में एनपीए और सामान्य कर्ज माफ करना बताया गया। अभी तक भाजपा कहती आई है कि कांग्रेस ने कर्जमाफी नहीं की। अब कांग्रेस ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया।
चलेगा अभियान
उपचुनाव में भाजपा किसान से जुड़े मुद्दों पर अभियान चलाएगी। इसमें केंद्र के अध्यादेश और प्रदेश में किसान कर्ज माफी पर मुख्य फोकस रहेगा। भाजपा का मानना है कि कांग्रेस किसान बिल पर भ्रम फैला रही है। इसलिए किसानों को सही जानकारी देना जरूरी है। इसके अलावा सीएम किसान कल्याण योजना में चार हजार रुपए देने के ऐलान को भी ब्रांडिंग में रखा जाएगा।
कमलनाथ-दिग्विजय सिंह धोखेबाज : शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने खंड़वा और बुरहानपुर में बुधवार को जनसभाओं में कमलनाथ और दिग्विजय पर प्रहार किया। दोनों को धोखेबाज बताते हुए कर्जमाफी को फर्जीवाड़ा बताया। कहा, कमलनाथ के सीएम रहते मैं उनसे कहता था कि खेतों में जाकर खराब फसल देखो तो वो कहते थे- पर्दे में रहने दो। मैंने भी उनसे कह दिया- तेरी प्यारी प्यारी सूरत को किसी की नजर ना लगे। शिवराज खंडवा जिले के पुनासा और बुरहानपुर जिले के खकनार में सबोधित कर रहे थे।
आजीविका से खिलवाड़ न करे केंद्र : कमलनाथ
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि भाजपा सरकारों ने किसानों के साथ हमेशा विश्वासघात किया है। किसान लगातार उत्पादन बढ़ा रहे हैं, लेकिन उनको उचित दाम मिलने की व्यवस्था नहीं है। नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले देश से वादा किया था कि वो सरकार में आते ही किसानों को स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट में तय किया समर्थन मूल्य देंगे, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर इनकार कर दिया। केंद्र सरकार के तीनों कानून किसानों की आजीविका का संरक्षण नहीं करते।
हमने जो कहा वो किया: राहुल
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि हमने जो कहा वो किया, भाजपा के सिर्फ झूठे वादे। उधर, मीडिया विभाग के प्रभारी जीतू पटवारी ने कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल ने बार-बार कर्ज माफी की बात को झुठलाया है, इसलिए कांग्रेस भ्रम फैलाने के लिए हरदा में एफआइआर दर्ज कराएगी। 1 से 8 अक्टूबर तक जिला मुख्यालय पर आंदोलन होगा। 10 अक्टूबर को भोपाल में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उधर, हरदा में मंत्री कमल पटेल ने कमलनाथ को देश का सबसे बड़ा झूठा नेता बताया। कहा, सीएम बनने के बाद कमलनाथ ने कर्जमाफी के ऐसे आदेश पर हस्ताक्षर किए जो पूरा ही नहीं किया गया। फसल बीमा का स्केल ऑफ फाइनेंस घटाकर किसानों को 1553 करोड़ रुपए का चूना लगाया है।
सरकारी दस्तावेज में ये रिकॉर्ड
17 दिसंबर 2018 को 2 लाख तक अल्पकालीन कर्ज माफी का आदेश।
51,53,534 आवेदन आए।
26,95,381 किसानों के आवेदन ऑनलाइन मंजूर किए।
23.09 लाख मंजूर प्रकरणों को कर्ज माफी का प्रमाण-पत्र दिया गया।
1.36 लाख किसानों के 792 करोड़ के कर्ज सहकारी बैंकों से माफ।
117 तहसील में दूसरे चरण में कर्ज माफी हुई। इसमें कांग्रेस विधायक थे।
02 लाख तक चालू कर्ज झाबुआ, आगर-मालवा व मुरैना में माफ। बाकी जगह 50 हजार। 6240.26 करोड़ सरकार ने बैंकों को दिए।

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