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सीटी बजाकर सड़क पर उतरी कांग्रेस पुलिस से हुई मुठभेड़

locationभोपालPublished: Dec 29, 2017 03:34:30 pm

दृष्टिहीन बेरोजगार युवाओं की मांगों को पूरा कराने के लिए कांग्रेसियों ने सीटी बजाकर मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का किया घेराव

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भोपाल। दृष्टिहीन बेरोजगार युवाओं का 12 दिनों से चल रहा अनशन अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है। दृष्टिहीन युवाओं ने जहां सरकार से अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए जल सत्यग्रह किया था, वहीं अब कांग्रेस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को मंत्री गोपाल भार्गव के बंगले का घेराव किया। इस दौरान कांग्रेस ने सरकार को जगाने के लिए एक अनोखा प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने सीटी बजा कर सरकार को जगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही बैरिकेट्स लगाकर प्रदर्शनकारियों रोक लिया। इस बीच कांग्रेसियों और पुलिस के बीच झूमाझटकी हुई।
अनशन के 12 दिन
मध्यप्रदेश सरकार की उपेक्षा के शिकार हुए दृष्टिहीन युवा पिछले 12 दिनों से कड़ाके की ठंड में अपनी मांग को मनवाने के लिए नीलम पार्क में अनशन पर बैठे हैं। दृष्टिहीन युवाओं ने पहले भोपाल के छोटे तालाब में जल सत्यग्रह किया था। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। हड़कंप के बाद मंत्री विश्वास सारंग ने उनकी मांग पूरा करने का आश्वसन दिया था। दृष्टिहीन बेरोजगार युवाओं अपनी मांगों को लेकर हड़े रहे। शाम तक प्रशासन ने जबरन दृष्टिहीन युवाओं को पानी से बाहर निकाला। अनशन में शामिल हुए युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने दृष्टिहीन युवाओं से कहा कि वे और पुरी युवा कांग्रेस उनके हक की लड़ाई में उनके साथ है। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेतावनी देते हुए कहा कि सीएम शिवराज ने यदि मांगें नहीं मानी तो उनके निवास का घेराव करेंगे।
ये हैं मुख्य मांगें –
1. उच्च न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश का सहशब्द पालन किया जाए।
2. दृष्टिहीनों की सीधी भर्ती प्रदेश स्तर से किया जाए।
3. पूर्व मे की गई अवैध भर्ती की दोबारा जांच कि जाए।
4. विशेष विद्यालय में रिक्त पदों पर भर्ती करें।
5. विशेष विद्यालय में कम्प्यूटर शिक्षा अनिवार्य किया जाए।
6. दृष्टिहीन छात्राओं के लिए शासकीय उ.मा. विद्यालय व महाविद्यालय मे छात्रावास खोले जाए।
7. दृष्टिहीन छात्रों के लिए महाविद्यालय छात्रावास हर संभाग में खोले जाए।
8. ITI कर रहे छात्र छात्राओं के लिए शासकीय छात्रावास खोले जाए।
9. प्रदेश के शिक्षित बेरोजगार ट्रष्टीबाधीक दिव्यांकनों को न्यायालय के आदेश अनुसार भत्ता दिया जाए।
10. दृष्टिहीन को दी जाने वाली राशि बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति माह की जाए।
आश्वासन पर टिकी निगांहें
युवाओं का कहना है कि पिछले कई सालों से अधिकारियों द्वारा सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। सरकार हमारी बातों को नहीं सून रही हैं। आज भी सरकारी संस्थान में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति राशि नहीं मिल पा रही है। ऐसे में दिव्यांगों की हालत खराब होती जा रही है। दिव्यांग युवाओं का कहना है कि हर बार आश्वासन ही मिलता आया है लेकिन इस बार वे सरकार से अपनी मांगे पूरी करवा कर रहेंगे।

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