डिप्टी स्पीकर का चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस
उपाध्यक्ष पद देने के पक्ष में नहीं भाजपा

भोपाल : कांग्रेस संसदीय परंपराओं का हवाला देते हुए डिप्टी स्पीकर का पद चाहती है लेकिन भाजपा इस पक्ष में नहीं है कि कांग्रेस को उपाध्यक्ष का पद दिया जाए। स्पीकर के पद पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया लेकिन डिप्टी स्पीकर पर रार छिड़ गर्ई है। कांग्रेस ने इसके लिए रणनीति बनाना शुरु कर दिया है। विधायक दल की बैठक में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने इसके संकेत भी दिए है। हालांकि संख्या बल के हिसाब से कांग्रेस इस चुनाव को जीतने में बहुत पीछे है। कांग्रेस के पास सिर्फ 96 विधायक ही हैं जो कि पार्टी को जीत दिलाने में नाकाफी हैं।
आरक्षित वर्ग से उतारा जा सकता है उम्मीदवार :
कांग्रेस विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के विधायक को चुनाव में उतार सकती है। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कांवरे या कलावती भूरिया उम्मीदवार बन सकती हैं। कलावती आजकल भाजपा नेताओं के आपत्तिजनक शब्दों के कारण चर्चा में आई थीं इसे कांग्रेस आदिवासी वर्ग और महिला का अपमान बता रही है। वहीं पूर्व मंत्री बाला बच्चन या सज्जन सिंह वर्मा पर भी कांग्रेस दांव लगा सकती है।
कांग्रेस ने तोड़ी परंपरा :
सत्ताधारी दल भाजपा कहती है कि कांग्रेस ने संसदीय परंपरा तोड़ी है इसलिए उन्होंने जो परंपरा डाली है उसी आधार पर भाजपा काम करेगी। संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहते हैं कि 15 साल बाद 15 महीनों के लिए कांग्रेस सरकार में आई थी। उनकी सरकार अल्पमत की थी। उनको बड़ा मन कर हमें उपाध्यक्ष का पद देना था। मैं इस पक्ष में नहीं कि विपक्ष को विधानसभा में उपाध्यक्ष का पद दिया जाए।
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