विदिशा में विकास का अभाव
बता दें कि, बीजेपी के लिए विदिशा काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके पीछे पहला कारण यह है कि, प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का गृह नगर है। दूसरा कारण यह है कि, यह पार्टी की दिग्गज नेता और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का सांसद क्षेत्र है। कांग्रेस का मानना है कि, प्रदेश के इस दिग्गज नेताओं वाले इलाके में अपनी पकड़ मज़बूत कर ली तो बाकि, इलाकों में अपनी जगह तलाशना आसान हो जाएगा। इसी के चलते कमलनाथ खिद आगामी दो सितंबर को विदिशा के गंजबसौदा में जनसभा करने जा रहे हैं।कमलनाथ यहां जनता के सामने सरकार की खामिया रखेंगे। मुद्दा होगा शिवराज का घर होने के बावजूद यहां विकास का अभाव।
यह है सरकार की नाकामी
बीजेपी की भी इसमें बड़ी खामी यह है कि, केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज यहां से सांसद हैं, लेकिन लंबे समय से वह अपने क्षेत्र में आईं तक नहीं है, जिसका अफसोस इलाके की जनता को काफी है। लोगों को लगता है कि, यह उस मंत्री का कार्य क्षेत्र है, जिसे विदेशों में हुए विकास के बारे में पूरा संज्ञान है। लोगों को यह लगता है कि, उनके इस सांसद क्षेत्र में तो बेहतर झंग से विकास होना था, लेकिन विकास का अभाव झेल रहे इस क्षेत्र के लोगों के हितों को कांग्रेस अपना मुद्दा बना रही है। ऐसा नहीं है कि, बीजेपी का कोई दिग्गज नेता विदिशा क्षेत्र से सांसद हो। इससे पहले प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद यहां से सांसद हैं उनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी भी इसे क्षेक्त्र से सांसद रह चुके हैं। ऐसे में यह कांग्रेस के लिए सरकार को घेरने का एक सॉफ्ट कार्नर हैं।
राहुल करेंगे जनसभा!
इसके बाद कमलनाथ 17 सितंबर को विदिशा में राहुल गांधी की सभा भी करा सकते हैं। विदिशा के बाद कमलनाथ सीधे दमोह जाएंगे, जहां सरकार के एक और कद्दावर मंत्री जयंत मलैया का कार्य क्षेत्र है। कमलनाथ यहां उन्हे सीधे चुनौती देने की तैयारी में हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि, जयंत मलैया बीते चुनावों में काफी कम अंतर से जीत सुनिश्चित कर पाए थे। लिहाज़ा कांग्रेस इस इलाके को सॉफ्ट टारगेट मान रही है। कमलनाथ यहां के हालात को लेकर आम जनता के बीच जाएंगे।