इन्हीं सब के बीच कांग्रेस की ओर से लगातार रणनीति में बदलाव भी किया जा रहा है, ताकि हर हाल में सरकार बनाई जा सके। पूर्व में कई बार मांग उठने के बावजूद कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीएम फेस की मांग को हटाते हुए कमलनाथ को कांग्रेस की कमान सौंप दी,वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव अभियान का प्रमुख बनाया। लेकिन जैसे जैसे चुनाव पास आते जा रहे हैं, वैसे वैसे अब एक बार फिर सीएम कैंडिडेट घोषित करने की मांग बढ़ती जा रही है।
वहीं सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस में कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के बावजूद गुटबाजी ख़त्म न होने के कारण उनकी स्थिति लगातार कमजोर हो रही है। माना यहां तक जा रहा है कि 3 माह के कमलनाथ के कार्यकाल में पार्टी जिला स्तर पर भी मजबूत नहीं हो पाई है। ऐसे में एक बार फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम चेहरा घोषित करने की मांग तेज हो गई है। वहीं कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो इन सब परिस्थितियों व सिंधिया की लोकप्रियता के चलते उन्हें सीएम कैंडिडेट घोषित किया जा सकता है।
वहीं दूसरी ओर भाजपा लगातार जनता को अपने साथ जोड़ते हुए कांग्रेस से बढ़त बना रही है। इसी के चलते रविवार को भिंड पहुंची सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान यहां नृतकी नचाए जाने की बात भी सामने आई, जिसका वीडियो भी वायरल हो चुका है। इस पर कमलनाथ ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि भीड़ जुटाने के लिए भाजपा एेसे काम कर रही है। कमलनाथ ने कहा, मैनें पहले ही कहा था ये जन आशीर्वाद यात्रा नहीं, कॉमेडी यात्रा है। हमारी यात्रा में जनता खुद आएगी।
जानकारों का मानना है कि हाईकमान को जैसी उम्मीद थी,प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर कमलनाथ उतना असर नहीं छोड़ पाए। इसी सब के चलते सिंधिया को चुनाव में आगे कर अब पार्टी रफ़्तार पाना चाहती है। वहीं जानकारों का यह भी कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने लोकप्रियता के हिसाब से सिंधिया ही फिट बैठते हैं।
सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी तक पहुंची एक रिपोर्ट में कमलनाथ के काम को लेकर तैयारी की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्यकर्ताओं में कोई उत्साह नहीं है, जबकि चुनाव नजदीक है और भाजपा जोर शोर से मैदान उतर चुकी है। इसके अलावा रिपोर्ट में शिवराज की जनआशीर्वाद यात्रा का भी जिक्र है और यहर् भी कहा गया है कि सिंधिया ही शिवराज को सीधी टक्कर दे सकते हैं।