इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीसीसी के अपने चेंबर का पूजा-पाठ कर शुभारंभ किया। जिसके बाद चुनावी प्लानिंग की बैठक शुरू हुई। बैठक में सुरेश पचौरी, कमलनाथ सहित कांग्रेस सेवादल और अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक लालजी देसाई सहित प्रदेश भर से आए सेवादल कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सूची में फर्जीवाड़ा को लेकर सियासत
इधर, मध्यप्रदेश में कम से कम 60 लाख फर्जी वोटर शामिल किए जाने का दावा करते हुए कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की है। साथ ही इसके लिए भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से गड़बड़ी करने वाले सभी रिटर्निंग आफिसर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की भी मांग की है।
दरअसल बीेते, सोमवार को भोपाल में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पत्रकार वार्ता में कहा कि भाजपा ने मतदाता सूची बनाने में प्रशासनिक दुरूपयोग किया है। अधिकारियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। कमलनाथ ने कहा जिन अधिकारियों ने बीजेपी का बिल्ला जेब मे रखा है उन पर भी हम एक्शन लेंगे। कमलनाथ ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा का बिल्ला लेकर न घूमें।
किसान आंदोलन पर बोले कमलनाथ
इसके पहले कमलनाथ किसानों से बॉन्ड भरवाए जा रहे हैं, जबकि शिवराज को बॉन्ड भरना चाहिए, शिवराज ने कलाकारी घोषणाओं की राजनीति की है। उन्होंने कहा 6 जून को मंदसौर में एतिहासिक यात्रा में राहुल गांधी शामिल होंगे, सभा सफल नहीं होने देने के लिए सरकार कोशिश में जुटी हुई है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस मध्य प्रदेश के हर किसान के साथ खड़ी है। हम किसी किसान संगठन के साथ नहीं है। उन्होंने कहा मेरे पूरे करियर में पहली बार ऐसा देख रहा हूं, जब प्रदेश में हर वर्ग सरकार से परेशान है, पूरे प्रदेश में सब दुखी है चाहे किसान हो महिला हो या आम आदमी।