सांसद केपी सिंह के मामले के बाद कांग्रेस उत्साहित नजर आ रही है। अब कांग्रेस बीजेपी की कमजोर कड़ी तलाशने में जुट गई है। जिससे चुनाव से पहले पार्टी को मजबूती मिल सके। हालांकि मीडिया ने जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि यह उन दोनों का आपसी का मामला है, वे आपस में निपटें। केपी यादव की तरह कई और दुःखी होंगे। अभी सिर्फ यादव का ही पत्र सामने आया है और भी सामने आएंगे।
कमलनाथ के बयान के बाद अंदरखाने की खबर है कि अब कांग्रेस इस मामले के साथ साथ बीजेपी की कमजोर कड़ियों को तलाशने में जुट गई है प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही कांग्रेस के कई नेता सिंधिया के साथ बीजेपी चले गए थे जिससे उस क्षेत्र में पहले से काम कर रहे बीजेपी के जमीनी नेता खुश नहीं है। इसलिए बीजेपी के अंदर ही कुछ कमजोर कड़ियां बन गई हैं। अब इसी का फायदा कांग्रेस उठना चाहती है।
अमर ज्योति जवान को बुझाने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि 2014 से ही देश का इतिहास लिखा जाए, लेकिन वह इतिहास जरूर लिखा जाएगा, जब अगला लोकसभा आएगा, यह भूल में ना रहे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, सीएम जिस बूथ पर जा रहे है, वहां लाइट नहीं है, पानी नहीं है, शौचालय नहीं है, उज्जवला योजना के सिलेंडर नहीं हैं, यह प्रदेश की हालत है। ये तो अपनी आंखें बंद करकर जाते हैं, कान बंद करकर जाते हैं, सिर्फ मुंह चलाकर आ जाते हैं।