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मंदसौर किसान आंदोलन पर सरकार का यू-टर्न, कहा- भाजपा सरकार को नहीं दी क्लीन चिट

locationभोपालPublished: Feb 19, 2019 05:46:24 pm

Submitted by:

Manish Gite

मंदसौर किसान आंदोलन पर सरकार का यू-टर्न, कहा- भाजपा सरकार को नहीं दी क्लीन चिट

Former MLA Chaudhary Chandrabhan Singh said

Former MLA Chaudhary Chandrabhan Singh said

भोपाल। मंदसौर में किसानों पर हुए गोलीकांड की जांच मामले में कमलनाथ सरकार ने यूटर्न ले लिया है। प्रदेश के गृहमंत्री बाला बच्चन ने सोमवार को ही विधानसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में कहा था कि मंदसौर में किसानों पर कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आत्मरक्षा में चलाई गई थी। इसके बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपनी ही सरकार को घेरा था। उन्होंने कहा था कि यह स्वीकार्य नहीं होगा।

 

बयान के बाद मचे बवाल पर मंगलवार को गृहमंत्री बाला बच्चन ने यूटर्न ले लिया है। उन्होंने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेस कर कहा कि मंदसौर पुलिस फायरिंग कांड में किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है। इस संबंध में एक ट्वीट भी किया गया।
https://twitter.com/mohdept/status/1097782696829427713?ref_src=twsrc%5Etfw
गृहमंत्री ने दी सफाई
राजनीतिक घमासान के बाद मंगलवार को सफाई देते हुए बाला बच्चन ने कहा कि मंदसौर के किसानों पर हुए गोली कांड की न्यायिक जांच की रिपोर्ट का परीक्षण कर रहे हैं, हम जांच से संतुष्ट नहीं हुए तो दोबारा से उच्च स्तरीय जांच करवा सकते हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। गृहमंत्री ने दोहराया कि किसी को भी क्लीन चिट नहीं दी गई है।

विधानसभा में क्या बोले थे बच्चन
गृहमंत्री बाला बच्चन ने विधानसभा में सोमवार को लिखित सवाल के जवाब में कहा था कि मंदसौर में किसानों पर गोलियां कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए आत्मरक्षा में चलाई गई थीं। विधायक हर्ष विजय गहलोत के सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने कहा था कि मंदसौर के पिपलिया मंडी थाना क्षेत्र में 6 जून 2017 को हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आत्मरक्षा और सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के लिए गोली चलाई गई थीं। जांच कर रहे आयोग की रिपोर्ट पर सरकार परीक्षण कर रही है और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री ने यह भी बताया था कि सरकारी संपत्ति की रक्षा के लिए तत्कालीन एसडीएम मल्हारगढ़ श्रवण भंडारी ने कानूनी प्रक्रिया का पालन कर गोली चलाऩे का आदेश दिया था।

कांग्रेस ने बनाया था मुद्दा
गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार के खिलाफ मंदसौर गोली कांड को भी कांग्रेस पार्टी ने मुद्दा बनाया था। मंदसौर गोलीकांड की पहली बरसी पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि प्रदेश की सरकार ने किसानों पर आक्रमण किया, गोलियां चलाईं, किसानों को मारा। इस मुद्दे को भी सरकार ने मुद्दा बनाकर किसानों ने समर्थन मांगा था।

 

अपनी ही सरकार से नाराज हुए दिग्विजय सिंह
इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नाराज होकर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे।

कमलनाथ सरकार ने भले ही मंदसौर गोलीकांड और नर्मदा किनारे पौधरोपण में घोटाले के आरोपों से भाजपा की शिवराज सरकार को क्लीन चिट दे दी हो, लेकिन दोनों ने मामले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह नाराज हो गए हैं। उन्होंने इस पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठा दिए।

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वे अपनी ही पार्टी की सरकार के मंत्रियों से खफा हैं। दिग्विजय ने कहा कि कमलनाथ सरकार को इन मसलों में भाजपा को क्लीन चिट नहीं देना चाहिए थी।

दिग्विजय ने मीडिया के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि पहले सीएम कमलनाथ ने नर्मदा किनारे लगाए गए पौधों पर क्लीनचिट दी, अब गृहमंत्री ने भी मंदसौर में किसानों पर हुए गोलीकांड पर भाजपा को क्लीन चिट दे दी। यह स्वीकार करने योग्य नहीं है। सिंह ने कहा कि उन्होंने नर्मदा यात्रा की है और देखा है कि वहां पेड़ों को लेकर भ्रष्टाचार हुआ है।

 

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