के पी यादव का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल के पी यादव कोलारस विधानसभा क्षेत्र में स्थानीय नेता के तौर पर कद्दावर छवि रखते हैं। इतना ही नहीं सूत्रों की मानें तो के पी यादव की पकड़ इस इलाके में काफी मानी जाती है। के पी यादव की पत्नी अनुराधा यादव भी उनके साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई हैं। अनुराधा यादव जिला पंचायत सदस्य हैं।
गौर करने वाली बात ये है कि ये सारा घटनाक्रम उस दौरान हुआ जब कोलारस उपचुनाव के लिए कांग्रेस जोरदार शक्ति प्रदर्शन कर रही थी। कोलारस से पार्टी के उम्मीदवार महेंद्र सिंह यादव का नामांकन दाखिल करने कांग्रेस ने बड़ा रोड शो किया जिसमें पार्टी के लगभग सभी बड़े नेता शामिल हुए। कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेता कोलारस पहुंचे और रोड शो के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, राज्य प्रभारी दीपक बावरिया, नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और अन्य नेता खुली जीप में सवार होकर शहर के अलग-अलग इलाकों से गुजरे।
कांग्रेस इन चुनावों को लेकर काफी उत्साहित है क्योंकि ये सीटें परंपरागत रुप से कांग्रेस के समर्थन वाली सीटें मानी जाती है। यहां ज्योतिरादित्य सिंधिया का खासा प्रभाव है। लेकिन के पी यादव का भाजपा में जाना कहीं न कहीं कांग्रेस के लिए बड़े झटके वाला साबित हो सकता है। इस रोड शो में शामिल सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं, लेकिन उन्हीं के करीबी माने जाने वाले के पी यादव का टूटकर पाला बदल लेना कहीं न कहीं कांग्रेस के लिए मुसीबतें खड़ी कर सकता है।