पार्टी हाईकमान को अंदेशा है कि यदि कांग्रेस नेताओं ने राजगोपाल की यात्रा में शामिल होने में रुचि नहीं दिखाई तो इस यात्रा में भाजपा नेता शामिल होकर इसे अपना बना लेंगे। प्रदेश के अधिकांश जिलों तक ये यात्रा निकलेगी। कांग्रेस नेता इस दौरान लोगों को गांधी के राष्ट्रवाद का संदेश देंगे। कांग्रेस नेता लोगों को बताएंगे कि राष्ट्रवाद किसी तरह का उन्माद या कट्टरता नहीं बल्कि देशप्रेम होता है।
कांग्रेस इस यात्रा के जरिए अप्रत्यक्ष रुप से लोगों के मन से भाजपा के कथित राष्ट्रवाद का प्रभाव दूर करने की कोशिश करेगी। कांग्रेस को लगता है कि एकता परिषद के संस्थापक गांधीवादी नेता राजगोपाल से बेहतर कोई और नेता नहीं है जिसके नेतृत्व में ये यात्रा निकाली जा सकती है। वे गांधी जयंति से १२१ दिन की यात्रा पर निकले हैं जिसमें ९० दिन वे प्रदेश में रहने वाले हैं।
सोनिया-राहुल को बुलाने पर विचार :
सोनिया-राहुल को बुलाने पर विचार :
ये यात्रा 11 जनवरी 2020 को बालाघाट जिले से महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। कांग्रेस की कोशिश इस यात्रा में पार्टी के बड़े नेताओं को बुलाने की है। कांग्रेस भोपाल में राहुल गांधी, छिंदवाड़ा में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और बालाघाट में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बुलाने पर विचार कर रही है। इस पदयात्रा के रास्ते में मुरैना,ग्वालियर,शिवपुरी,अशोकनगर,विदिशा,रायसेन,भोपाल,होशंगाबाद,बैतूल,छिंदवाड़ा,बालाघाट और सिवनी जिले आएंगे। अन्य जिलों से छोटी पदयात्राएं इन जिलों तक आकर राजगोपाल की पदयात्रा में शामिल हो जाएंगी।
– हमने सभी जिला अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर इस पदयात्रा में शामिल होने के निर्देश दिए हैं। सभी बड़े नेताओं का प्रयास होगा कि वे इसमें शामिल होकर लोगों को गांधी संदेश देंगे। – चंद्रपभाष शेखर संगठन प्रभारी,कांग्रेस –
– हमने सभी जिला अध्यक्षों को चिट्ठी लिखकर इस पदयात्रा में शामिल होने के निर्देश दिए हैं। सभी बड़े नेताओं का प्रयास होगा कि वे इसमें शामिल होकर लोगों को गांधी संदेश देंगे। – चंद्रपभाष शेखर संगठन प्रभारी,कांग्रेस –