जी हां हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल और गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट की। जहां कांग्रेस की ओर से भोपाल लोकसभा सीट के लिए दिग्विजय सिंह हैं वहीं गुना-शिवपुरी सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में हैं।
भोपाल में जहां दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। वहीं इसके चलते एक एक वोट महत्वपूर्ण हो गया है।
ऐसे में भाजपा की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने तो रिबेरा टाउन के मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया, लेकिन उनके सामने कांग्रेस की ओर से चुनौती दे रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता दिग्विजय खुद को ही वोट नहीं दे सके।
दरअसल दिग्विजय सिंह का वोट राघोगढ में है, जो कि राजगढ़ लोकसभा सीट मे आता है। ऐसे में जहां अब तक दिग्विजय वोट डालने नहीं जा सके हैं। वहीं यदि वे वोट डालते भी हैं तो मतदान केंद्र राजगढ़ होने के कारण स्वयं को वोट नहीं डाल सकेंगे।
इसके अलावा गुना-शिवपुरी से भाजपा के प्रत्याशी केपी सिंह जहां अपने मतदान का उपयोग गुना में ही कर लिया है, वहीं उनके सामने कांग्रेस के प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया खुद को वोट नहीं दे सके। दरअसल सिंधिया का वोट भी ग्वालियर में है।
ऐसे में उन्होंने भी अपने मताधिकार का प्रयोग तो कर लिया है, लेकिन ये वोट चुकिं उनकी ओर से ग्वालियर में डाला गया है। और वे गुना से प्रत्याशी है अत: वे स्वयं को वोट नहीं कर सके हैं। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे ने जरूर शिवपुरी के फिजिकल स्थित साइंस कॉलेज के सामने शामावि तात्याटोपे स्कूल में वोट डाला।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उनके साथ ग्वालियर लोकसभा प्रत्याशी अशोक सिंह और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा भी साथ रहे।
मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि लोगों को प्रजातंत्र के इस उत्सव में भाग लेना चाहिए। भाजपा पर हमला करते हुए सिंधिया ने कहा कि भाजपा के पास कोई चेहरा नहीं है भाजपा केवल एक चेहरे के आधार पर पूरे देश में चुनाव लड़ रही है। इस बार देश में यूपीए की सरकार बनेगी।
कुल मिलाकर कांग्रेस के ये दोनों ही दिग्गज नेता खुद को ही वोट नहीं दे सके।