एमपी कांग्रेस ने अपने ट्विटर पर लिखा- मध्यप्रदेश में मिस्टर विभीषण अचानक से चर्चाओं और सुर्ख़ियों से ग़ायब हो गये, लगता है बीजेपी का मिशन पूरा हो गया है। न एक भी विधायक बचे, न राज्यसभा चुनाव नज़दीक, न मंत्री बनने की कोई संभावना, न गुना सांसद का आत्मसमर्पण। अब बस हर तरफ श्रीअंत के किस्से बाकी हैं।
वहीं, सरकार गिरने से बौखलाई कांग्रेस ने 22 पूर्व बागी विधायकों को लेकर भी आपत्तिजनक ट्वीट किया है। कांग्रेस ने कहा- बैंगलोर से लौटे 22 जयचंदो को 21 दिन के लॉकडाउन ने थोड़ी सी राहत दे दी, वरना अभी तक तो जनता से मुकालात के कई दृश्य वायरल हो रहे होते।
मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावत के बाद कांग्रेस की सरकार गिर गई थी। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ भाजपा ज्वाइन की थी जिसके बाद उनके समर्थक विधायकों ने अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिस कारण कमलनाथ की सरकार अल्पमत में आ गई थी और फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।