श्यामला हिल्स स्थित प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निवास पर गुरुवार को उपचुनाव की तैयारियों व रणनीति पर यह बैठक हुई, जिसमें चार सह प्रभारी समेत उपचुनाव वाली सीटों के प्रभारी और स्थानीय नेताओं को बुलाया गया था। इस बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस के महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक विशेष तौर पर आए थे।
कमलनाथ बोले- यह उपचुनाव एक संदेश देंगे
कमलनाथ ने कहा है कि हमारे देश में संविधान में कई प्रकार के चुनाव होते हैं, लोकसभा के, विधानसभा के, नगरीय निकाय के, पंचायत के। वहीं उपचुनावों का भी अपना एक अलग ही मायना होता है। इससे न सरकार बनती है, न बिगड़ती है, लेकिन उपचुनावों के परिणाम देश में, प्रदेश में एक संदेश के रूप में होते हैं। नाथ ने कहा कि दो साल बाद प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हैं, यह चारों उपचुनाव, उन चुनावों के लिए एक संदेश के रूप में होंगे। आज हमने यह महत्वपूर्ण बैठक चारों उपचुनावों की तैयारियों व रणनीति को लेकर बुलाई है। हम इन क्षेत्रों के सभी प्रमुख कांग्रेसजनों, कार्यकर्ताओं से राय मशविरा कर इन चुनावों की रणनीति को और यहां के प्रत्याशियों के नाम को अंतिम रूप देंगे। जो भी जीतने वाला योग्य उम्मीदवार होगा, उसे हम अपना प्रत्याशी बनाएंगे।
चुनाव की तारीखों से पहले तय होगा प्रत्याशी
बताया जा रहा है कि उपचुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही इस बार कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर सकती है। बैठकों के जरिए कांग्रेस आगामी रणनीति, प्रदेश के मुद्दे और उम्मीदवारों के नामों पर मंथन कर रही है। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में 29 लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट कांग्रेस के नकुल नाथ के पास है, जबकि खंडवा की सीट भाजपा के नंदकुमार सिंह के निधन से खाली हुई है।
खंडवा में अरुण यादव और शेरा की पत्नी दावेदार
खंडवा लोकसभा सीट को लेकर निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा ने अपने समर्थकों के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात की। शेरा ने खंडवा लोकसभा सीट पर अपनी पत्नी के लिए कांग्रेस से टिकट की मांग रखी है। उन्होंने दावा भी किया है कि यदि किसी प्रकार का सर्वे किया जाता है तो उनकी पत्नी सबसे आगे रहेंगी। इधर, खंडवा सीट से ही कांग्रेस के दिग्गज नेता एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव भी पहले से सक्रिय हैं और वे भी इस सीट पर दावा जता चुके हैं। ऐसे में खंडवा लोकसभा सीट पर अनेक दावेदार आने से मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
जोबट से विक्रांत भूरिया की दावेदारी
इधर, कलावती भूरिया के निधन के बाद से खाली हुई जोबट सीट पर भी कई दावेदार सक्रिय हैं। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत भूरिया की चर्चा है, हालांकि वे अपनी दावेदारी से इनकार करते हैं। विक्रांत ने कहा है कि पार्टी इस सीट से जिसे भी प्रत्याशी बनाएगी, यूथ कांग्रेस उसके पक्ष में प्रचार करने मैदान में उतरेगी।