मीडिया से बात करते हुए आरिफ मसूद ने कहा है कि मैंने सीएम को बोला है कि आपके घोषणा के बाद अगर अधिकारी अंकुश से बाहर हैं, जेल डीजी संजय चौधरी बातों को टाल रहे हैं और शासन को गुमराह कर रहे हैं। वे बार-बार बोलते हैं कि शासन का नियम है, शासन का कोई नियम नहीं है, संजय चौधरी ने खुद ही सर्कुलर जारी किया है।
वहीं, विवाद क्या है के सवाल पर आरिफ ने कहा कि जेल मैन्युअल के हिसाब से जो बाहर से सामग्री जाती है वो जाना चाहिए। हिंदुस्तान के सभी जेलों में बाहर से सामग्री जाती है। लेकिन वे सुरक्षा का हवाला देते हैं। उन्होंने कहा कि मैंने तीन घटनाओं का जिक्र भी किया कि सतना में कैदी भागा, एक जगह से और भागा और एक जगह कैदी की मृत्यु हो गई है। फिर कैसी सुरक्षा है।
आरिफ ने कहा कि मैंने सीएम को बलो दिया है कि अगर वे निर्णय़ नहीं लेते हैं तो मैं खुद देख लूंगा। दरअसल, आऱिफ मसूद अपने बयानों से भी चर्चा में रहते हैं। गौरतलब है कि इससे पहले भी आरिफ मसूद ने सीएम कमलनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी। जिसमें खंडवा में गोकशी के आरोपियों रासुका लगाया गया था। आरिफ ने कहा था कि इस तरह की कार्रवाई न्यायोचित नहीं है, जिससे लोगों में काफी आक्रोश है।