क्या कहा था सीएम कमलनाथ ने ?
मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा था- बगैर अनुमति के सार्वजनिक स्थानों पर लगे होर्डिंग-पोस्टर- बैनर को लेकर मैंने कड़ा निर्णय लेते हुए, स्पष्ट रूप से निर्देश दिये हैं कि प्रदेश भर से इन्हें तत्काल हटाया जाये। होर्डिंग पर यदि मेरे भी फोटो लगे हो तो उन्हें भी हटाने में जरा भी संकोच ना बरता जाये। प्रदेश की सुंदरता पर इन अवैध होर्डिंग-पोस्टर-बैनर के कारण दाग लग रहा था, इनसे आये दिन हादसे व दुर्घटनाएं भी घटित हो रही थी, इन सब को दृष्टिगत रखते हुए मैंने यह सख़्त क़दम उठाया है। ऐसा कोई सार्वजनिक स्थल नहीं था, जहां पर ये अवैध होर्डिंग नजर ना आते हों।
यातायात संकेत को ,महापुरुषों की प्रतिमाओं , रोटरीयो , बिजली के खंबों , भवनो हर सार्वजनिक स्थलों पर लगे यह होर्डिंग शहरों की सुंदरता पर दाग होकर दुर्घटनाओं को न्यौता देते दिखाई देते हैं। हो सकता है कि यह निर्णय कुछ लोगों को ठीक ना लगे लेकिन मेरे लिये प्रचार-प्रसार से ज़्यादा प्रदेश की सुंदरता, नागरिकों की सुरक्षा है। इस निर्णय के पालन में कोई कोताही नहीं बरती जाने के मेरे द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए है। मैं अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं से व अन्य राजनीतिक दलों के प्रमुख जनों से जनप्रतिनिधियों से, सामाजिक संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं, मीडिया से भी अपील करता हूं कि इस निर्णय के पालन में अपनी तरफ से हमें सहयोग करें। प्रदेश हित में यह एक क्रांतिकारी फ़ैसला है और हमारे लिये प्रदेश हित व जनहित सर्वोच्च प्राथमिकता है।
क्या कर रहे हैं आरिफ मसूद ?
दरअसल, मध्यप्रदेश में सीएए और एनसीआर को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में पोस्टर लगा रहे हैंय़ ये पहला मौका नहीं है जब विधायक आरिफ मसूज ने सीएम कमलनाथ के ऑर्डर पर आपत्ति उठाई हो। इससे पहले सीएम कमलनाथ के द्वारा भोपाल मेट्रो को राजा भेज के नाम पर रखने की बात कहने पर भी विधायक आरिफ मसूद नाराजगी जता चुके हैं। कमलनाथ की मौजूदगी में विधायक आरिफ मसूद ने कहा था मैं दादा मैं अपसे अनुरोध करता हूं कि भोपाल मेट्रो का नाम भोपाल मेट्रो रहने दो। राजा भोज के नाम से कई योजनाएं चल रही हैं। भोपाल मेट्रो हम भोपालवासियों की पहचान है।
दरअसल, मध्यप्रदेश में सीएए और एनसीआर को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र में पोस्टर लगा रहे हैंय़ ये पहला मौका नहीं है जब विधायक आरिफ मसूज ने सीएम कमलनाथ के ऑर्डर पर आपत्ति उठाई हो। इससे पहले सीएम कमलनाथ के द्वारा भोपाल मेट्रो को राजा भेज के नाम पर रखने की बात कहने पर भी विधायक आरिफ मसूद नाराजगी जता चुके हैं। कमलनाथ की मौजूदगी में विधायक आरिफ मसूद ने कहा था मैं दादा मैं अपसे अनुरोध करता हूं कि भोपाल मेट्रो का नाम भोपाल मेट्रो रहने दो। राजा भोज के नाम से कई योजनाएं चल रही हैं। भोपाल मेट्रो हम भोपालवासियों की पहचान है।