भोपाल मध्य विधानसभा सीट से विधायक आरिफ मसूद ने कहा- हम जनता से जुड़े हुए जनप्रतिनिधि हैं और जनता की आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा कि NPR संविधान के खिलाफ है और NPR को लेकर भोपाल में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ को ज्ञापन दिया जायेगा अगर उसके बाद भी कोई सकारात्मक बात नहीं होती है तो आगे का रुख तैयार किया जाएगा। आरिफ मसूद ने कहा- बीजेपी नफरत की राजनीति करती है। हम सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ घर-घर जाकर स्लोगन लगाएंगे पर हम कागज नहीं दिखाएंगे।
आरिफ मसूद पहले भी कई बार अपनी सरकार के खिलाफ बोल चुके हैं। राजधानी भोपाल में मेट्रो प्रोजेक्ट को लेकर भी विवादित बयान दिया था। मेट्रो प्रोजेक्ट के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम कमलनाथ ने कहा था- भोपाल राजा भोज की नगरी है। सीएम ने ऐलान कियाथा कि भोपाल मेट्रो का नाम भोज मेट्रो के नाम से होगा। कार्यक्रम में भोपाल मध्य से विधायक आरिफ मसूद भी मौजूद थे। सीएम कमलनाथ की घोषणा को बाद मंच को संबोधित करने आए विधायक आरिफ समूद ने कहा था- दादा भाई राजा भोज के नाम से कई काम हो चुके हैं और हो रहे हैं। इसलिए मेट्रो प्रोजेक्ट का नाम भोपाल मेट्रो ही रहने दिया जाए। ये हम भोपाल वासियों की पहचान है।
नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (एनपीआर) देश के सामान्य निवासियों का एक रजिस्टर है। नागरिकता कानून, 1955 और सिटीजनशिप रूल्स, 2003 के तहत आता है। भारत के हर सामान्य निवासी के लिए एनपीआर में अपना नाम लिखाना अनिवार्य है।