कांग्रेस ने मनोज त्रिपाठी की मौत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मनोज ने निर्वाचन में विधयाक रामेश्वर शर्मा की शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने कहा था कि रामेश्वर ने सरकारी जमीन हड़पी है। वार्ता के दौरान रामेश्वर का विवादित बयान जितना भगवान से डरते हो मुझसे भी डरो को प्रियंका ने आड़े हाथ लिया। मीडिया-समन्वयक प्रियंका ने कहा कि बीजेपी की कमल दीवाली के बाद अब कांग्रेस प्रदेश के हर घर में दीया जलायेगी, इस अभियान का नाम ‘बदलाव की बाती’ रखा है।
आरटीआई एक्टिविस्ट की 16 दिन बाद मौत
पांच मंजिला मकान की छत से गिरकर घायल हुए आरटीआई एक्टिविस्ट मनोज त्रिपाठी की रविवार शाम उपचार के दौरान मौत हो गई। 16 दिन से वह बंसल अस्पताल में भर्ती थे। डॉक्टरों ने मनोज की मौत की वजह मल्टी आर्गन फेलियर बताया है। मनोज फ्लेट नंबर 202 द्वारिका हाइट्स सर्वधर्म बी सेक्टर अरेरा कांवेंट स्कूल के पास परिवार समेत रहते थे। 2 नवंबर की रात करीब साढ़े दस बजे किसी का फोन आया। वह फोन पर बात करते हुए पांचवीं मंजिल छत पर चले गए। वह छत की मुडेर पर बैठकर बात कर रहे थे। इसी दौरान गिर गए थे।
मौत के साथ ही दफन हो गए राज
मनोज के परिजन मामले को संदिग्ध मान रहे थे। उनके मौसेरे भाई अंजनी पाण्डेय ने उनके छत से गिरने से पहले घटना स्थल पर पुलिस की मौजूदगी पर सवाल उठाया था। हालांकि पुलिस का कहना है कि विवाद की सूचना आने पर पुलिस मौके पर गई थी। मनोज को पिछले 16 दिन में एक बार भी होश नहीं आया। बेहोशी की हालत में होने की वजह से उनके बयान नहीं हो सके।
मनोज के बयान नहीं हो सके। उनकी पत्नी के बयान पूर्व में दर्ज हो चुके हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच में मनोज का गिरना हादसा लग रहा है।
सुनील शर्मा, टीआई कोलार