चुनाव के बाद कांग्रेस हाइकोर्ट में इलेक्शन पिटीशन दायर करेगी। उनके निर्वाचित होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी की राज्यसभी सदस्यता रद्द करने की मांग की जाएगी। सांसद विवेक तन्खा ने कहा कि आपत्तियां पहले भी दर्ज कराई थीं, लेकिन उनको मान्य नहीं किया गया। अब कांग्रेस के पास कर्ट जाने का रास्ता बचा है।
ऐसे उलझाएगी कांग्रेस
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा- भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म में श्रुटि हुई है। सिंधिया ने शपथपत्र में यह बात छिपाई है कि उन पर भोपाल में केस दर्ज है। कांग्रेस ने इस बात की आपत्ति नामांकन फॉर्म जमा करने के बाद दर्ज कराई थी। जिस पर तर्क दिया था कि ज्योतिरायदित्य सिंधिया को इस बात की जानकारी नहीं है। जबकि केस दर्ज होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का मीडिया के सामने बयान आया था। तन्खा ने कहा कि सुमेर सिंह सोलंकी ने जब फॉर्म भरा था। तब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था वो सरकारी मुलाजिम थे। चुनाव के बाद कोर्ट में ये मुद्दे उठाएंगे।
राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कहा- भाजपा प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म में श्रुटि हुई है। सिंधिया ने शपथपत्र में यह बात छिपाई है कि उन पर भोपाल में केस दर्ज है। कांग्रेस ने इस बात की आपत्ति नामांकन फॉर्म जमा करने के बाद दर्ज कराई थी। जिस पर तर्क दिया था कि ज्योतिरायदित्य सिंधिया को इस बात की जानकारी नहीं है। जबकि केस दर्ज होने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया का मीडिया के सामने बयान आया था। तन्खा ने कहा कि सुमेर सिंह सोलंकी ने जब फॉर्म भरा था। तब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ था वो सरकारी मुलाजिम थे। चुनाव के बाद कोर्ट में ये मुद्दे उठाएंगे।
क्या है पूरा मामला
यह मामला व्यापमं कांड से जुड़ा है। सितंबर 2017 में भोपाल की विशेष अदालत के न्यायधीश सुरेश सिंह के आदेश पर श्यामला हिल्स पुलिस ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और आईटी विशेषज्ञ प्रशांत पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इनके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज पेश करने, धोखाधड़ी में शामिल होने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। इस परिवाद में कहा गया था कि कांग्रेस के इन नेताओं की ओर से व्यापामं घोटालों में फर्जी दस्तावेज पेश किए गए हैं।
यह मामला व्यापमं कांड से जुड़ा है। सितंबर 2017 में भोपाल की विशेष अदालत के न्यायधीश सुरेश सिंह के आदेश पर श्यामला हिल्स पुलिस ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ और आईटी विशेषज्ञ प्रशांत पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इनके खिलाफ कूटरचित दस्तावेज पेश करने, धोखाधड़ी में शामिल होने सहित विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। इस परिवाद में कहा गया था कि कांग्रेस के इन नेताओं की ओर से व्यापामं घोटालों में फर्जी दस्तावेज पेश किए गए हैं।