मध्यप्रदेश में लव जिहाद और धर्मांतरण के मुद्दे पर सियासत गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के धर्मांतरण वाले बयान के बाद कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने शनिवार को बड़ा बयान दिया है। मिश्रा ने ट्वीट करके कहा है कि राजनीति में बेबाकी व अदम्य साहस की पहचान रखने वाली आदरणीया उमा भारती जी ने राजनैतिक आधार पर बनाए जा रहे धर्मांतरण जैसे कानून की जरूरत नहीं होने की बात कहकर एक बार फिर सच्चाई उगल दी है। बधाई, आभार, धन्यवाद।
मैहर में दिया था यह बयान
उमा भारती ने मैहर यात्रा के दौरान कहा था कि इस देश में संवधान के तहत हर हिन्दू को गीता के साथ कुरआन, बाइबिल पढ़ने और मंदिर-मस्जिद में माथा टेकने का अधिकार है। हमारा संविधान धर्म निरपेक्ष है, इसलिेए यहां धर्मांतरण जैसे किसी कानून की जरूरत नीं है। कांग्रेस की ओर से भाजपा पर धर्म के आधार पर देश को बांटने के आरोप पर कहा कि कांग्रेस ने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया था।
15 मिनट परेशान हुए श्रद्धालु
इससे पहले उमा भारती ने मैहर स्थित मां शारदा देवी के दर्शन किए और इस दौरान 15 मिनट तक विशेष पूजा-अर्चना की। इस दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया। मंदिर के प्रशासक व मैहर एसडीएम ने पहले सभी अधिकारी-कर्मचारियों को मंदिर से बाहर किया, फिर खुद बाहर आ गए। सूत्रों के मुताबि गर्भगृह में केवल प्रधान पुजारी और उमा भारती मौजूद थीं। इस पर श्रद्धालुओं ने वीआईपी दर्शन पर सवाल उठाए हैं। इस पर प्रशासक की ओर से सफाई दी गई कि वे साध्वी हैं। उनके लिए ऐसा संभव है। जानकारों का कहना है कि मंदिर के नियम-कानून में ऐसा कहीं उल्लेख नहीं है कि किसी के लिए श्रद्धालुओं को रोका जा सके या बाहर किया जा सके।