कांग्रेस उम्मीदवारों और जिला अध्यक्षों ने ये रिपोर्ट पीसीसी को सौंपी है। अनुशासन समिति के सामने करीब 135 शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों पर समिति पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे नेता और कार्यकर्ताओं को नोटिस भेजकर तलब करने जा रही है।
दोनों पक्षों को सुनने के बाद समिति प्रदेश अध्यक्ष को कार्रवाई की अनुशंसा करेगी।
दिग्विजय के समन्वय पर फिरा पानी:
समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने निष्क्रिय,नाराज और बागी नेताओं को पार्टी से जोडऩे में अहम भूमिका निभाई,लेकिन पूरी तरह से उनकी रणनीति काम नहीं आई।
70 से ज्यादा नेताओं ने बागी होकर विधानसभा चुनाव में पर्चा दाखिल किया था लेकिन दिग्विजय की समझाइश के बाद अधिकांश ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। अब अनुशासन समिति के पास जिन बड़े नेताओं की शिकायतें आई हैं उससे तो साफ जाहिर है कि उपरी तौर पर हामी भरने वाले लोगों ने अंदरुनी तौर पर पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
– इन नेताओं ने किया भितरघात :
पन्ना : दिव्यारानी सिंह, जिला अध्यक्ष विदिशा : रघुवीर सिंह सूर्यवंशी, पूर्व मंत्री
: पान बाई, पूर्व विधायक जावरा : भारत सिंह, पूर्व गृह मंत्री
बडऩगर : सुरेंद्र सिसोदिया, पूर्व विधायक : वीरेंद्र सिसोदिया, पूर्व विधायक पुष्पराजगढ़ : हिमाद्री सिंह, शहडोल से लोकसभा उम्मीदवार रहीं धार : मुजीब कुरैशी, प्रदेश अध्यक्ष,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ सिवनी : विनोद वाष्णिक, प्रदेश महासचिव
: अनिल मार्को, प्रदेश महासचिव
वारासिवनी : शैलेंद्र तिवारी, महासचिव,जिला कांग्रेस मंदसौर : श्यामलाल जोगवन, पहले उम्मीदवार रह चुके हैं सेमरिया : प्रदीप हरगोरा
वर्जन :
कांग्रेस की अनुशासन समिति को उम्मीदवारों और जिला अध्यक्षों से शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिन नेताओं के खिलाफ चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायतें आई हैं उनको नोटिस दिया जा रहा है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। – चंद्रप्रभाष शेखर उपाध्यक्ष,कांग्रेस अनुशासन समिति