अपनी टीम के साथ भोपाल पहुंचे मिस्त्री ने प्रदेश कार्यालय में विधायकों और चुनाव समिति के सदस्यों से वन-टू-वन चर्चा की। उन्होंने एक-एक विधानसभा क्षेत्र का फीडबैक लिया और नेताओं की राय भी जानी।
वहीं इस दौरान कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से मिलने आए दावेदारों से शपथ पत्र तक भरवाया। जानकार इसे कांग्रेस द्वारा भीतरघात से बचाव के लिए कदम उठाना मान रहे हैं। सामने आ रही जानकारी के अनुसार स्क्रीन कमेटी के अध्य्क्ष मदुसूदन मिस्री से मिलने आए दावेदारों से शपथ पत्र तक लिया गया। यह शपथ पत्र 100 रुपए के स्टाम्प पर लिया गया।
वहीं इससे पहले इससे पहले दावेदारों से 50 हज़ार का डीडी लिया जा रहा था, जिस पर विवाद के बाद उसे वापस कर दिया गया था।
वहीं इससे पहले इससे पहले दावेदारों से 50 हज़ार का डीडी लिया जा रहा था, जिस पर विवाद के बाद उसे वापस कर दिया गया था।
जानकारी के अनुसार विधायकों ने चर्चा के दौरान स्वयं की दावेदारी पेश करते हुए यह बताने का प्रयास कि चुनाव में उनके अलावा कोई अन्य जिताऊ उम्मीदवार नहीं हो सकता। हालांकि, मिस्त्री ने किसी भी विधायक से टिकट का वादा नहीं किया। उन्होंने विधायकों से अन्य विधानसभा क्षेत्र की स्थिति भी जानने का प्रयास किया। एक माह में उनका यह प्रदेश का दूसरा दौरा है।
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की पहली सूची सितंबर के दूसरे सप्ताह तक जारी हो जाएगी। इसमें करीब 125 उम्मीदवारों के नाम होने की संभावना है। माना जा रहा है कि इसमें ज्यादातर मौजूदा विधायकों के अलावा कम मतों से चुनाव हारे नेताओं के नाम शामिल हो सकते हैं। इसमें पार्टी का सर्वे का अहम रोल होगा। जो सर्वे में फिट होगा उसे टिकट मिलना तय है।
दरअसल राजधानी भोपाल में मधुसूदन मिस्त्री की यह दूसरी बैठक है। इसके पहले भी चुनाव के मुद्दों को लेकर और आगे की रणनीति को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से चर्चा की थी। ऐसे ली हर जगह की जानकारी…
स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा की थी। मिस्त्री अपने साथ एक डायरी लेकर आए थे। इसमें नेताओं के 2013 के विधानसभा चुनाव के दावों और हर विधानसभा क्षेत्र की जानकारी थी। वे पिछली बार भी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे।
स्क्रीनिंग कमेटी की पहली बैठक में कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर चर्चा की थी। मिस्त्री अपने साथ एक डायरी लेकर आए थे। इसमें नेताओं के 2013 के विधानसभा चुनाव के दावों और हर विधानसभा क्षेत्र की जानकारी थी। वे पिछली बार भी स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष थे।
उस दौरान नेताओं अपने समर्थकों को टिकट दिलाने और जीत के दावे किए थे, लेकिन जमीनी हकीकत में हार का सामना करना पड़ था। मिस्त्री नेताओं से एक-एक सीट की जानकारी ली हैं। इसमें क्षेत्र में नेताओं की स्थिति के अलावा जातिगत समीकरण सहित अन्य जानकारी शामिल रहीं।