इनपर बनी सेहमति
वहीं, कैन्द्रीय कांग्रेस ने मुरैना, दमोह, सतना, खंडवा आदि भाजपा के किले वाली लोकसभा सीटें जीतने के लिए स्थानीय लोकप्रिय चेहरों के नाम भी चुन लिये हैं। इन दिग्गज नेताओं में मुरैना से रामनिवास रावत, दमोह से मुकेश नायक, सतना से अजय सिंह, खंडवा से अरुण यादव को टिकट देने पर सेहमति बनाई है। इसके अलावा, ग्वालियर से इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट दिया जा सकता है। हालांकि, इस सीट से टिकट लेने का फैसला सिंधिया पर ही छोड़ा गया है। अगर सिंधिया इस क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ते, तो उनके बाद इस सीट से प्रबल दावेदार पिछले दो लोकसभा चुनाव हारने वाले अशोक सिंह को माना जा रहा है। इसके अलावा जानकारी है कि, प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को राजगढ़ लोकसभा सीट से टिकट दिया जा सकता है। इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा खुद दिग्विजय ने जताई है। हालांकि, अब तक इसकी घोषणा नहीं की गई है।
इन दिग्गज नेताओं के मिलेगा लोकसभा चुनाव में मौका
-सतना लोकसभा सीट से मिलेगा अजय सिंह को मौका
प्रदेश कांग्रेस के सत्ता में आने से पहले नेता प्रतिपक्ष का प्रभार संभालने वाले विंध्य के कद्दावर नेता अजय सिंह को विधानसभा चुनाव में हारने के बावजूद एक बार फिर सतना लोकसभा सीट से टिकट दिया जाएगा।आपको याद हो कि, हाल में हुए विधानसभा चुनाव में अपनी परंपरागत विधानसभा सीट चुरहट से चुनाव हारे हैं। बावजूद इसके पार्टी में उनके कद और क्षेत्र में उनकी लोकप्रीयता के चलते पार्टी एक बार फिर उनपर दाव लगाने जा रही है। बता दें कि, सिंह ने साल 2014 में भी विधायक रहते हुए सतना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन, पार्टी समीक्षा में सामने आया कि, उन दिनो पार्टी में बने भितरघात के कारण उन्हें हार का मूंह देखना पड़ा था। हालांकि, उस समय जीत हार का फैसला सिर्फ 8 हजार मतों के अंतर से हुआ था।
-खंडवा लोकसभा सीट से मिलेगा अरुण यादव को मौका
प्रदेश कांग्रेस के विपक्ष में रहने के दौरान अरुण यादव प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभाल चुके हैं। इन्हें पार्टी ने खंडवा लोकसभा सीट से टिकट मिलना लगभग तय माना जा रहा है। गुज़रे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ बुदनी विधानसभा सीट से प्रत्याशी के रूप में उतारा था। लेकिन, शिवराज ने उन्हें बड़े अंतराल से मात दी थी। हालांकि, पार्टी में बड़ा कद और खंडवा जिले में लोकप्रीयता रखने के चलते पार्टी ने एक बार फिर उन्हें मौका देने का मन बनाया है। वर्तमान में खंडवा से भाजपा के नंदकुमार सिंह चौहान सांसद हैं। अगर भाजपा में कोई बदलाव नहीं हुआ तो, यादव नंदकुमार सिंह चौहान के खिलाफ ही चुनावी मैदान में होंगे।
-राजगढ़ लोकसभा सीट पर दिग्विजय सिंह प्रबल दावेदार
कांग्रेस के चोटी के नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम रह चुके दिग्विजय सिंह भी लोकसभा चुनाव लड़ने का मन बनाए बैठे है। अपनी ये भावना वो कई बार व्यक्त भी कर चुके हैं। हालांकि, अब तक ये तय नहीं हुआ है कि, पार्टी हाईकमान उन्हें किस लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारेगी। लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि, उनकी मंशा के अनुसार पार्टी उन्हें राजगढ़ लोकसभा सीट से टिकट देने की तैयारी कर रही है। फिलहाल, इस क्षेत्र से भाजपा के रोडमल नागर सांसद हैं और अगर भाजपा में अतिम समय में कोई बड़ा उलट फैर नहीं हुआ, तो संभव है कि, ये दोनो उम्मीदवार चुनावी मैदान में आमने सामने हों।
-मुरैना लोकसभा सीट से रामनिवास रावत को मौका
काग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार रामनिवास रावत प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष है। इन्हें ओबीसी वर्ग का लोकप्रीय चेहरा माना जाता है। साथ ही वो पांच बार के विधानसभा सदस्य रहे चुके हैं। इस बार श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से रावत चुनाव हार चुके हैं। लेकिन पार्टी में उनके कद और क्षेत्र में लोकप्रीयता के चलते पार्टी उन्हें मुरैना लोकसभा सीट से एक बार फिर मौका देने की तैयारी कर रही है। बता दें कि, इससे पहले रावत साल 2009 में विधायक रहते हुए भी मुरैना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। इसी वजह से पार्टी एक बार फिर उन्हें इसी सीट पर केश करने का मन बना रही है।
-दमोह लोकसभा सीट से मुकेश नायक होंगे उम्मीदवार
कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार मुकेश नायक को कांग्रेस ने दमोह लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने पर सेहमति जताई है। हाल ही में हुए विधानसभा चनाव में नायक पवई विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर खड़े हुए थे, जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन, पार्टी में उनके कद और दमोह जिले में लोकप्रीयता के चलते पार्टी ने उन्हें यहां से प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारने पर सेहमति जताई है। फिलहाल, इस सीट से भाजपा के प्रहलाद पटेल सांसद हैं। अगर भाजपा में अंतिम समय में कोई बड़ा उलट फैर नहीं हुआ, तो नायक का मुकाबला बीजेपी नेता प्रहलाद पटेल से होगा।
-खजुराहो लोकसभा सीट से रामकृष्ण कुसमारिया की होगी पेराशूट ऐंट्री
गुज़रे शुक्रवार को राहुल गांधी की भोपाल में हुई किसान आभार सभा से लगभग 15 हज़ार कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में पेराशूट ऐंट्री करने वाले रामकृष्ण कुसमारिया को खजुराहो लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जाना लगभग तय है। भाजपा से विधानसभा का टिकट ना मिलने से नाराज हुए कुसमारिया पार्टी से बगावत करके पथरिया विधानभा सीट से निर्दलीय खड़े हुए थे। इस दौरान वो खुद तो चुनाव नहीं जीत पाए, लेकिन भाजपा के किले की विधानसभा सीट से इनके निर्दलीय खड़े होने के कारण पैर उखड़ गए थे। फिलहाल, भाजपा से नाता तोड़कर राहुल गांधी के समक्ष पार्टी कांग्रेस की सदस्यता लेने वाले कुसमारिया को कांग्रेस के टिकट पर खजुराहो लोकसभा सीट से टिकट मिलने की भावी उम्मीद है। इसके पीछे कारण ये है कि, वो पहले यहां से सांसद रह चुके हैं। कांग्रेस कुर्मी वोट बैंक को कुसमारियों के जरिए साधेगी। फिलहाल, खजुराहो से भाजपा के नागेन्द्र सिंह सांसद हैं। अगर अंतिम समय तक भाजपा में कोई बड़ा उलट फैर नहीं हुआ तो, कुस्मारिया का मुकाबला भाजपा के नागेन्द्र सिंह से होगा।