29 और 30 अक्टूबर को राहुल मध्यप्रदेश के दौरे पर रहेंगे इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि 31 अक्टूबर को कांग्रेस अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी जिसमें 130 नाम हो सकते हैं। स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में अब तक इन नामों पर सहमति बन चुकी है।
इस सूची में 50 मौजूदा विधायकों के साथ ही पिछले चुनाव में तीन हजार या उससे कम अंतर से हारने वाले नेताओं के नाम होंगे। – राहुल और कमलनाथ के सर्वे में अंतर से हुई देरी – कमलनाथ ने उम्मीदवारों की जो सूची तैयार की थी वो राहुल गांधी के सर्वे से मेल नहीं खा रही थी, इसीलिए उम्मीदवारों के नाम तय करने में लगातार देरी होती रही।
इस अंतर को मिटाने और प्रदेश के नेताओं में सहमति बनाने के लिए ही राहुल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया,दिग्विजय सिंह, कांतिलाल भूरिया,अरुण यादव और सुरेश पचौरी को दिल्ली बुलाया और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में शामिल भी किया। अब तक कांग्रेस पहली सूची के लिए 130 नामों को हरी झंडी दे चुकी है, केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर अंतिम मुहर लगा दी जाएगी,इसके बाद सूची जारी कर दी जाएगी।
– कांग्रेस को उम्मीदवार टूटने की भी आशंका – नामों में देरी की एक और वजह सामने आई है, कांग्रेस को इस बात की आशंका भी दी कि उम्मीदवार तय हो जाने के बाद भाजपा प्रलोभन देकर उनके प्रत्याशियों को तोड़ सकती है, भाजपा इस तरह के काम पहले भी कर चुकी है। इसी आशंका के कारण अगस्त में जारी होने वाली सूची अब तक नहीं आ पाई है। –
भाजपा तोडफ़ोड़ की राजनीति करती रही है, पहले भी उम्मीदवार तय होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस उम्मीदवारों को अपने पाले में मिलाया है, इस बार कांग्रेस ने ये सतर्कता बरती है ताकि भाजपा के मंसूबे कामयाब न हो पाएं। – नरेंद्र सलूजा मीडिया प्रभारी,कांग्रेस –