पार्टी के काम में लग जाएं। पार्टी बागी नेताओं की सूची प्रदेशस्तर पर तैयार कर रही है। वहीं, सभी जिला अध्यक्षों से भी अपने-अपने जिले के एेसे कार्यकर्ताओं की सूची मांगी गई है, जो चुनाव के दौरान अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत बाहर कर दिए गए थे। निष्क्रिय नेताओं को भी जिम्मेदारी देकर सक्रिय करने को कहा गया है। बागी उम्मीदवारों के कारण पार्टी को पिछले चुनाव में दो दर्जन विधानसभा सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं, निकाय चुनाव में भी ये बागी पार्टी की जीत में रोड़ा साबित हुए थे। ऐसे करीब ५०० कार्यकर्ता हैं।
राकेश सिंह संपर्क करें तो स्वागत
चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी हों या बालेंदु शुक्ला, पार्टी बड़े नेताओं से संपर्क नहीं कर रही है, लेकिन वे आना चाहते हैं तो खुद संपर्क करें। पार्टी उनका स्वागत करेगी। हालांकि, फैसला दिल्ली से होगा। पीसीसी इनकी वापसी का प्रस्ताव हाईकमान के पास भेजेगी।
चंद्रप्रभाष शेखर का कहना है कि चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी हों या बालेंदु शुक्ला, पार्टी बड़े नेताओं से संपर्क नहीं कर रही है, लेकिन वे आना चाहते हैं तो खुद संपर्क करें। पार्टी उनका स्वागत करेगी। हालांकि, फैसला दिल्ली से होगा। पीसीसी इनकी वापसी का प्रस्ताव हाईकमान के पास भेजेगी।
सांसद, विधायक या पूर्व विधायकों की पार्टी में वापसी का फैसला हाईकमान की मंजूरी से ही होगा। चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी, संजय पाठक, नारायण त्रिपाठी ने विधायक रहते और उदयप्रताप सिंह ने सांसद रहते कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। जतारा विधायक दिनेश अहिरवार भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं, लेकिन हाथ उनका अभी कांग्रेस के साथ ही है।
पार्टी से बाहर गए नेताओं से कांग्रेस वापसी की प्रार्थना कर रही है। जिन्होंने विधायक या सांसद रहते पार्टी छोड़ी है वो खुद हमसे संपर्क करें तो उनका भी स्वागत है, लेकिन उनका फैसला पार्टी हाईकमान करेगा।
– चंद्र प्रभाष शेखर, संगठन उपाध्यक्ष, पीसीसी
– चंद्र प्रभाष शेखर, संगठन उपाध्यक्ष, पीसीसी