बैठक में यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्षों में इंटक के जी संजीवा रेड्डी, एचएमएस के केंद्रीय नेता हरभजन सिंह सिद्धूू. इंटक के मध्य प्रदेश अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। यूनियन प्रतिनिधयों के अनुसार बैठक में सभी यूनियन ने एक स्वर में बात रखी कि अब तक जो भी अनामिली है, सबसे पहले उसे दूर करो। फिर वेज पे पर बात करेंगे। रेड्डी ने एक सबकमेटी बनाकर सॉल्व करने की बात कही, तो सिद्धू जी एवं महादेवन ने कहा कि सबकमेटी की जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती और ये मुद्दे सॉल्व नही हो जाते, तब तक वेज नेगोसिएशन नही करेंगे। इसका सारी यूनियनों ने समर्थन किया। इसके बाद मैनेजमेंट ने अपना प्रपोजल स्लाइड दिखाई। यूनियन के किसी भी डिमांड चाटर्ड पर कोई वार्ता नहीं हुई। इसके बाद मीटिंग ओवर हो गई।
अगली मीटिंग में निर्णय होने की उम्मीद
इंटक भोपाल से गए प्रतिनिधि गौतम मौर्या, वीएस राठौर और राजेश शुक्ला ने बताया कि इंटक अध्यक्ष आरडी त्रिपाठी ने पुराने मुद्दों को हल करने के लिए मैनेजमेंट पर दबाब बनाया। प्रबंधन ने सभी यूनियन लीडरों का पक्ष सुना। इनका निराकरण अगली मीटिंग में करके वेज रीविजन की घोषणा करने की कही। प्रबंधन ने कहा कि अगली मीटिंग की डेट जल्द बता दी जाएगी।
भेल के दिल्ली कार्पोरेट कार्यालय में शुक्रवार को वेज रीविजन को लेकर बैठक हुई। इसमें भेल की यूनिटों की ओर से आए यूनियन लीडरों और प्रतिनिधियों ने कर्मचारियों से संबंधित समस्याएं रखी। प्रंबधन ने इनका निराकरण करने अगली मीटिंग में करने का आश्वासन दिया। – विनोदानंद झा, प्रवक्ता भेल।
– 2008 का एरियर दिया जाए। ढाई इंक्रीमेंट देकर 2009 के बाद सभी कर्मचारियों को दिया जाए।
– डेढ़ वर्ष के एरियर का भुगतान भी जल्द किया जाए। 0 1998 से पहले ढाई वर्ष का जिन्होंने टीएलए किया, उनका भी एक वर्ष का कर दिया गया था उनका भी पे फिक्सेशन कर समाधान किया जाए।
– मेडिकल डिपेंडीसी को 10,000 करें। वही 1500 की सीलिंग भी खत्म की जाए।
– कारपोरेट लेवल पर मृतक कर्मचारियों के लिए सकारात्मक कार्यवाही हो रही है लेकिन मरने के बाद सभी को एक जैसा अमाउंट दिया जाए।
– दिवाली से पहले सभी समस्याओंं को हल किया जाए। ए 9 ए नया ग्रेड खोलकर उन्हें प्रमोशन देकर दो इंक्रीमेंट दिया जाए। सुपरवाइजरों की तरह वर्करों को भी 2 इंक्रीमेंट दिए जाएं।
– वेज रिवीजन का पीरियड सबका एक जैसा होना चाहिए।