प्राप्त जानकारी के अनुसार रचना नगर निवासी माया देवी जादवानी ने आइआरसीटीसी के जरिए रिजर्वेशन करवाकर महाराष्ट्र की यात्रा की। इस दौरान सीट पर अज्ञात व्यक्ति बैठे होने की सूचना टीसी को दी, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। कुछ ही देर बाद माया के बैग से दो लाख कीमत के गहने चोरी हो गया। इसकी शिकायत जीआरपी से लेकर रेलवे प्रबंधन आदि को भी की गई लेकिन सुनवाई नहीं हुई। माया ने जब इसकी सूचना टीसी को दी गई तो टीसी ने कहा कि रेल मंत्री सुरेश प्रभु को ट्वीट कर दें। लेकिन सुनवाई नहीं हुई। माया ने इसे चुनौती देते हुए उपभोक्ता फोरम में शिकायत की। अब उपभोक्ता फोरम ने फैसला दिया है कि चूंकि फोरम ने गहनों की कीमत की क्षतिपूर्ति की गणना रुपए-पैसे से नहीं की जा सकती हैं, क्योंकि फोरम के पास इसके पर्याप्त सबूत नहीं है। इसके बाद फोरम ने रेलवे प्रबंधन (सेंट्रल रेलवे मुंबई) को आदेश दिया है कि यात्री को 25 हजार रुपए आर्थिक सहायता दी जाए।
ट्रेन की चपेट में आने से दो की मौत
भोपाल। ऐशबाग इलाके में ट्रेन की चपेट में दो लोगों की मौत हो गई। पहली घटना गुरुवार की सुबह आठ बजे हुई, जबकि दूसरी देर रात की है। पुलिस के मुताबिक बापू कालोनी जहांगीराबाद निवासी राकेश (55) गुरुवार ड्यूटी जा रहे थे। मोरारजी नगर स्थित रेलवे पटरी पार करते समय ट्रेन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। वहीं गुरुवार रात सुभाष नगर फाटक के पास पटरी से रूपसिंहनिवासी रेहटी का शव मिला।
पटरी में फंसा रिटायर्ड भेलकर्मी का पैर, सिर खंभे से टकराया, मौत
भोपाल।हबीबगंज नाके के पास रेलवे ट्रैक पार कर रहे सेवानिवृत्त भेलकर्मी का पैर पटरी में फंस गया। संतुलन बिगडऩे से उनका सिर खंभे से टकरा गया। सिर में चोट लगने से उनकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, साकेत नगर निवासी 70 वर्षीय एसबी राव भेल से सेवानिवृत्त थे। गुरुवार दोपहर वह घर से पैदल ही दस नंबर मार्केट के लिए निकले। हबीबगंज नाके से रेलवे ट्रैक होते हुए हबीबगंज की तरफ बढ़ रहे थे। इसी बीच उनका पैर ट्रैक के बीच गैप में फंस गया। संतुलन बिगडऩे से उनका सिर पास में ही खंभे से टकरा गया। लहूलुहान हालत में वह करीब 10 मिनट तक ट्रैक के पास ही पड़े रहे। लोगों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां उनकी दो घंटे बाद इलाज के दौरान मौत हो गई।राव भेल से रिटायर्ड होने के बाद खुद का व्यवसाय कर रहे थे। इलेक्ट्रानिक उपकरण बनाकर सप्लाई करते थे। उनके दो बेटे थे, जिनका पूर्व में असामायिक निधन हो चुका है। इसके बाद से वह दुखी रहते थे।