शर्तें बदली फिर भी नहीं मिले ठेकेदार
शुरुआत के टेंडरों में कठोर शर्तें थी। इसके कारण कोई भी बिडर नहीं आया। प्री-बिड मीटिंग में शर्तों में संशोधन की बात उठाई गई, लेकिन अफसरों ने नहीं मानी। बाद में जब कोई बिडर नहीं मिला तो तीसरी और चौथी बार निकाले गए टेंडरों में कई शर्तें हटा दी गई। इसके बाद भी ठेकेदार नहीं मिले।
शुरुआत के टेंडरों में कठोर शर्तें थी। इसके कारण कोई भी बिडर नहीं आया। प्री-बिड मीटिंग में शर्तों में संशोधन की बात उठाई गई, लेकिन अफसरों ने नहीं मानी। बाद में जब कोई बिडर नहीं मिला तो तीसरी और चौथी बार निकाले गए टेंडरों में कई शर्तें हटा दी गई। इसके बाद भी ठेकेदार नहीं मिले।
अभी इतना बिल भर रहे नगर निगम
भोपाल नगर निगम 4 करोड़ 31 लाख व कोलार 12 लाख 70 हजार, इंदौर 4 करोड़ 65 लाख, जबलपुर 2 करोड़ 82 लाख, सागर 35 लाख, ग्वालियर नगर निगम 4 करोड़ 2 लाख रुपए प्रति माह बिजली बिल भर रहे हैं। एलइडी लाइट लगने से सभी नगर निगमों सहित शहरों का बिल आधा हो जाएगा। निकायों का बिजली खर्च बचाने के लिए ही यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, लेकिन लागू ही नहीं हो पाया।
भोपाल नगर निगम 4 करोड़ 31 लाख व कोलार 12 लाख 70 हजार, इंदौर 4 करोड़ 65 लाख, जबलपुर 2 करोड़ 82 लाख, सागर 35 लाख, ग्वालियर नगर निगम 4 करोड़ 2 लाख रुपए प्रति माह बिजली बिल भर रहे हैं। एलइडी लाइट लगने से सभी नगर निगमों सहित शहरों का बिल आधा हो जाएगा। निकायों का बिजली खर्च बचाने के लिए ही यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, लेकिन लागू ही नहीं हो पाया।
हमने शर्तों में कई बदलाव किया। ठेकेदार और भी बदलाव चाहते थे, लेकिन हमारा नियंत्रण ही नहीं होगा तो पीपीपी मॉडल और शासन की उपस्थिति ही खत्म हो जाएगी। कई बदलाव किए लेकिन ठेकेदार नहीं आए। उम्मीद है अगले टेंडर ऑफर में ठेकेदार आ जाएं।
प्रभाकांत कटारे, इएनसी, नगरीय आवास एवं विकास विभाग
प्रभाकांत कटारे, इएनसी, नगरीय आवास एवं विकास विभाग