पीडि़त छात्र ने सीनियर्स द्वारा उसके साथ किए जा रहे अनैतिक बर्ताव की शिकायत करने के लिए रविवार को डायल 100 पर कॉल किया। 30 मिनिट के अंदर पुलिस आई और आवेदन रूप में शिकायत ली और कहा कि तुम छात्र हो और जिससे लड़ रहे हो वह भी छात्र है, इसलिए तुम उन पर रैगिंग की मामला दर्ज कराओगे तो तुम्हें परेशानी होगी अदालत के चक्कर काटने पड़ेंगे। इसके बाद छात्र ने रैगिंग की शिकायत यूजीसी एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर दर्ज कराई। यह शिकायत सोमवार की रात करीब 12 बजकर 48 मिनट पर की गई।
सीनियर छात्रों पर आरोप लगाए हैं कि वे उसे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। कॉलेज व हॉस्टल में मारपीट करते हैं। छात्र ने आरोप लगाए हैं कि सीनियर्स के एक समूह ने उसके साथ जानलेवा हरकत की।
ये भी पढ़ें : MP में रैगिंग के मामलों में 41% शिकायतों के साथ भोपाल टॉप पर परवलिया थाना प्रभारी जीएस महोबिया का कहना है छात्रों का आपसी विवाद था। रैगिंग जैसी कोई बात नहीं है छात्र एक ही कक्षा के है। वह अपनी बात से पलट रहा था। इस मामले में कॉलेज प्रबंधन से भी चर्चा हुई है। उन्होंने आठ छात्रों को निलंबित भी किया है।
हॉस्टल से भी किया बाहर
इंस्टीट्यूट के प्रवक्ता मकबूल हसन ने बताया इस मामले में इंस्टीट्यूट की ओर से एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर जानकारी दी गई है। शिकायत प्राप्त होने पर संज्ञान लिया है।
इंस्टीट्यूट के प्रवक्ता मकबूल हसन ने बताया इस मामले में इंस्टीट्यूट की ओर से एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर जानकारी दी गई है। शिकायत प्राप्त होने पर संज्ञान लिया है।
छात्रों में क्रिक्रेट खेलने के दौरान झगड़ा हुआ। इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए आठ छात्रों को हॉस्टल और क्लास से निलंबित कर दिया गया है। प्रारंभिक जांच में पाया है कि यह रैगिंग का मामला नहीं है बल्कि हॉस्टल में झगड़े का मामला है।
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नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज मंगलवार शाम को सफाई व्यवस्था के औचक निरीक्षण पर निकलीं। वे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचीं। वेजहां-जहां गईं, वहां-वहां गंदगी मिली। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को लताड़ लगाई, नाराजगी जताई। दो वार्डों में एेसी स्थिति रही कि दरोगा को नोटिस जारी कर कारण पूछ लिया। भारद्वाज ने निरीक्षण की शुरुआत एमपी नगर क्षेत्र से की।
नगर निगम आयुक्त छवि भारद्वाज मंगलवार शाम को सफाई व्यवस्था के औचक निरीक्षण पर निकलीं। वे शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचीं। वेजहां-जहां गईं, वहां-वहां गंदगी मिली। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को लताड़ लगाई, नाराजगी जताई। दो वार्डों में एेसी स्थिति रही कि दरोगा को नोटिस जारी कर कारण पूछ लिया। भारद्वाज ने निरीक्षण की शुरुआत एमपी नगर क्षेत्र से की।
यहां उन्हें सड़क किनारे व नालियों में गंदगी नजर आई। प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी अशोक महेश्वरी को मौके पर बुला लिया। इसके बाद वे जोन 13 के शाहपुरा क्षेत्र से होते हुए कोलार तक पहुंच गई। शाहपुरा क्षेत्र में नहर किनारे गंदगी मिलने पर उन्होंने दरोगा को फटकार लगाई। कोलार में आवारा पशुओं को देखकर नाराज हुईं।
उन्हें तत्काल शहर से बाहर करने के लिए गोवर्धन परियोजना के प्रभारी राजीव सक्सेना को निर्देशित किया। कोलार दशहरा मैदान की सफ ाई करने के भी निर्देश दिए। यहां सर्वधर्म में एक खाली भूखण्ड पानी से लबालब भरा नजर आया तो उसे तुरंत खाली करने का कहा। कोलार में चारों ओर गंदगी ही नजर आई। उन्होंने वार्ड 18 के दरोगा को नोटिस जारी कर सात दिन में जवाब देने का कहा।