वहीं जानकारों का कहना है कि इस तरह से दिग्विजय सिंह ने शिवराज को एक पुराना व बुड्ढा टाइगर बता दिया है। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने प्रदेश की पिछली शिवराज सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा प्रशासन के बीच कई दलाल इन्होंने तैयार कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि कभी एसपी, कलेक्टर के तबादले के लिए पैसा का धेला तक नहीं चलता था।
उनके माध्यम से रुपए नहीं वसूले जाते थे। उनको भीड़ एकत्रित करने के लिए सरकारी तंत्र का उपयोग नहीं किया जाता था, लेकिन इस सरकार ने ऐसा किया। इसलिए प्रशासन तंत्र को सुधारने की आवश्यकता है।
ये बोले थे शिवराज…
दरअसल पिछले दिनों शिवराज ने भोपाल में मुख्यमंत्री आवास में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। कार्यकर्ता यहां चौहान से मिलने आए थे। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए कहा कि वह कहीं नहीं जाने वाले।
बीते 15 सालों से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे शिवराज ने देश के सबसे बड़े राज्य पर शासन करते हुए खुद को लोगों का मामाजी कहा। यानी एक ऐसी शख्सियत जो लोगों की ओर देखे, खासकर महिलाओं और युवाओं को। कांग्रेस की विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद नए मुख्यमंत्री कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में भी शिवराज शामिल हुए थे।
योगी पर कार्रवाई की मांग…
इसके अलावा दिग्विजय सिंह ने देश में भगवान हनुमान की जाति को लेकर हो रही बयानबाजी पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है और भाजपा नेताओं पर जमकर बरसे।
उन्होंने मीडियो से बातचीत में कहा कि हनुमानजी हमारे आराध्य देव हैं, उन पर टिप्पणी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। सिंह ने कहा कि ऐसी टिप्पणी करने वाले नेताओं पर अखाड़ा परिषद, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को कार्रवाई करनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा के बुक्कल नवाब साहब आए, उन्होंने कहा- ये तो मुसलमान थे, रहमान, फरहान और अब एक भाजपा के चौधरी साहब आए, उन्होंने कहा ये जाट थे। ये हनुमानजी को भी तुम जात-पात में डाल रहे हो, ये कैसे धर्म का तुम पालन कर रहे हो।
उन्होंने कहा ये कौन सा धर्म है, मुझे घोर आपत्ति है। दिग्विजय ने कहा कि हनुमानजी हमारे आराध्य देव हैं, उन पर टिप्पणी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। भाजपा, अखाड़ा परिषद, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस को इनका तिरस्कार करना चाहिए, इनसे कोई संबंध नहीं रखना चाहिए, जो बजरंगबली को इस प्रकार से हीन भावना के साथ व्यक्त किया है।