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भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कांग्रेसियों को कहा रावण की औलाद

locationभोपालPublished: Sep 13, 2018 09:41:41 am

Submitted by:

Alok pandya

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कांग्रेसियों को कहा रावण की औलाद

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भाजपा विधायक की फिसली जुबान, ये जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान!

भोपाल। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष और विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेसियों को रावण की औलाद कहा है। बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में मीडिया से चर्चा में रामेश्वर ने कहा कि कांग्रेस कभी भी रामपथ नहीं बनाएगी। वह सत्तारुपी माता सीता को हथियाने के लिए यह चाल चल रही है।

रामेश्वर ने कहा कि कांग्रेस का अवतरण ही रावणरुपी है। उसने हमेशा छल करके साधू का वेश धर के सीता माता की तरह केंद्र सरकार का हरण किया था। उस कांग्रेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। रामेश्वर ने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस के नेता ही देश में गोहत्या करवाते हैं और वे गोमांस खाने में विश्वास करते हैं। चुनाव में साफ हो जाएगा

कौन है रावण का वंशज- रामेश्वर शर्मा के बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि इस बयान से भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा सामने आ गया है। भाजपा भगवान राम के मंदिर के नाम पर राजनीति करके सत्ता में आती रही है। उसके कार्यकर्ता देशभर में राम मंदिर के नाम पर चंदाखोरी कर चुके हैं। प्रदेश की जनता इस बार चुनाव में बता देगी कि कौन राम का अनुयायी है और कौन रावण का वंशज।

आचार संहिता लागू होने से पहले चुनाव आयोग का सख्त रुख, अब सरकार को अधिकारियों का तबादला करने से पहले आयोग को देनी होगी लिस्ट

इधर, किसी भी अधिकारी का तबादला अब चुनाव आयोग की अनुमति के बिना नहीं होगा। सरकार को लिस्ट भेजकर संबंधित अफसरों को हटाने की वजह बताना होगी। ये निर्देश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सरकार को दिए हैं। चुनाव आयोग ने आचार संहिता लागू होने से पहले सख्ती शुरू कर दी है।

इसकी शुरूआत वाहनों से हूटर हटाने की कार्रवाई से हुई थी। इसके बाद सार्वजनिक स्थानों और शासकीय संपत्तियों से झंडे-बैनर, पोस्टर हटाने और दीवार लेखन को पोतने के निर्देश दिए थे। आयोग ने ऐसे अफसरों की सूची सरकार को भेजी है जो तीन साल से एक स्थान पर जमे हैं और वे किसी एक पार्टी विशेष के पक्ष में काम कर रहे हैं। या किसी न किसी राजनीतिक पार्टी से उनके संबंध हैं।

दावे-आपत्तियों के चक्कर में ट्रेनिंग स्थगित
मतदाता सूची में नाम जोडऩे और निकालने के लिए आयोग के पास 23 लाख दावे-आपत्तियों के आवेदन आए हैं। इसके चलते रिटर्निंग-सहायक रिटर्निंग अधिकारियों की ट्रेनिंग निरस्त कर दी गई है।

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